समाजखेल मिलें : 10 भारतीय महिला खिलाड़ियों से जिन्होंने साल 2020 को बनाया ख़ास

मिलें : 10 भारतीय महिला खिलाड़ियों से जिन्होंने साल 2020 को बनाया ख़ास

आइए जानें कि इस महामारी का महिला खिलाड़ी किस तरह सामना कर रही हैं। मिले 10 भारतीय महिला खिलाड़ियों से जिन्होंने ये साल ख़ास बनाया है।

कोरोना वायरस के कारणं यह साल बेहद कठिन था। हम में से ज़्यादातर लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं, लेकिन कई ऐसे अन्य लोग भी हैं जिनकी नौकरियां उन्हें यह सुविधा नहीं देती है। खेल एक ऐसा मुद्दा है जो भारतीय समाज को एकजुट करता है। हालांकि आज भी खेल का क्षेत्र एक पुरुष प्रधान क्षेत्र है। हर कोई जानता है कि विराट कोहली इन दिनों क्या कर रहे हैं, लेकिन महिला खिलाड़ियों के बारे में कम ही जानकारी मिल पाती है। तो आइए जानें कि इस महामारी का हमारी महिला खिलाड़ी किस तरह सामना कर रही हैं। हम यहां 10 भारतीय महिला खिलाड़ियों की बात कर रहे हैं जिन्होंने कई कारनामे किए।

1. एकता बिष्ट

एकता बिष्ट, तस्वीर साभार: StarsUnfolded


उत्तराखंड में जन्मी एकता बिष्ट केवल एक खेल प्रेमी के रूप में बढ़ी हुई हैं। साल 2012 में कोलंबो, श्रीलंका में खेले गए ICC विश्व महिला ट्वेंटी 20 के मैच के दौरान बिष्ट ने हैट्रिक ली थी जिसके बाद उनकी खूब चर्चा हुई। एकता बिष्ट को उत्तराखंड सरकार द्वारा खेल रत्न पुरस्कार और 129 अंतरराष्ट्रीय विकेटों के साथ 100 विकेट का आंकड़ा पार करने वाली पांचवीं भारतीय महिला बन गईं। हाल ही में एक साक्षात्कार में बिष्ट ने बताया कि कैसे क्वारंटीन ने उनके खेल को और बेहतर करने में मदद की जिसे हाल ही में हुए महिला टी20 चैलेंज में देखा जा सकता है, जहां बिष्ट ने 22 रन देकर तीन विकेट लिए।

2. हिमा दास

हिमा दास, तस्वीर साभार: Business Standard

धींग एक्सप्रेस के नाम से लोकप्रिय, हिमा दास असम राज्य हैं और एक भारतीय धावक हैं। वह 50.79 के समय के साथ 400 मीटर में वर्तमान भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड रखती हैं। वह IAAF वर्ल्ड अंडर 20 चैंपियनशिप में एक ट्रैक इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं। 20 वर्षीय धावक वर्तमान में पीठ के निचले हिस्से की चोट से उबर रही हैं, लेकिन यह चोट उन्हें टोक्यो ओलंपिक में शामिल होने से नहीं रोक सकती है।

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3. दीपा कर्मकार

दीपा कर्मकार, तस्वीर साभार: The Scroll

दीपा कर्मकार एक कलात्मक जिमनास्ट हैं। वह ग्लासगो में साल 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट हैं। घुटने की चोट के कारण 2019 में अधिकतर समय वह खेल से दूर रही लेकिन टोक्यो ओलंपिक के लिए वह अपने फॉर्म में आने की पूरी कोशिश में जुटी हुई हैं।

4. पूनम यादव

पूनम यादव, तस्वीर साभार: The Week

जनवरी 2020 में, 28 वर्षीय स्पिनर पूनम यादव को ऑस्ट्रेलिया में 2020 आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के लिए भारत की टीम में शामिल किया गया था। जून 2018 में, पूनम यादव ने महिलाओं की T20 रैंकिंग में शीर्ष पांच में प्रवेश किया और सूची में वह तीसरे स्थान पर रहीं।

5. साक्षी मलिक

साक्षी मलिक, तस्वीर साभार: Twitter

साक्षी मलिक एक फ्रीस्टाइल पहलवान हैं और वह ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी। इससे पहले उन्होंने ग्लासगो में 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक और दोहा में 2015 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक भी जीता था। उनका अगला लक्ष्य स्थगित टोक्यो ओलंपिक है। कोरोना महामारी के प्रभाव के बारे में एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा ” कोरोना का मानसिक और मनोवैज्ञानिक दोनों ही रूप से प्रभाव पड़ा है। मैट ट्रेनिंग नहीं हो रही है और न ही मैच। हमारा एकमात्र संपर्क खेल है और हम अन्य खिलाड़ियों के बिना इस खेल में कुछ नहीं कर सकते।”

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6. तृप्ती मुरगुंडी

तृप्ती मुरगुंडी, तस्वीर साभार: GoBadminton


तृप्ती मुरगुंडी एक भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जो एकल और युगल खेलती हैं। उन्होंने साल 2009 में नैशनल चैंपियनशिप फॉर वीमन में जीत दर्ज की थी। वह इस प्रतियोगिता में तीन बार रनरअप भी रह चुकी हैं। वह सीनियर नेशनल की डबल्स रनर अप और जूनियर नेशनल डबल्स चैंपियन भी थीं। मुर्गुन्डी भी पांच बार दक्षिण एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हैं, जिसमें 2004 और 2006 में दो बार एकल शामिल हैं।

7. विनेश फोगट

विनेश फोगाट, तस्वीर साभार: New Indian Express


अगर आप आमिर खान की फिल्म दंगल के प्रशंसक हैं तो आप फोगट परिवार से भी परिचित होंगे। विनेश फोगट अपनी चचेरी बहनें गीता और बेबेता फोगट के साथ कुश्ती के क्षेत्र में अपना नाम बनाने में कामयाब रही हैं। वह कॉमनवेल्थ और एशियाई खेलों में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी। इसके अलावा, वह अब टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय पहलवान हैं। 

8. शेखोम मीराबाई चानू

चानू, तस्वीर साभार: The Outlook


मीराबाई चानू एक वेटलिफ्टर हैं। मणिपुर में जन्मी चानू ने राष्ट्रमंडल खेलों और विश्व चैंपियनशिप में कई पदक जीते हैं। वह पद्म श्री पुरस्कार और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार जैसे सम्मान भी पा चुकी हैं , जो उन्हें 2018 में भारत सरकार द्वारा दिया गया था। वह वर्तमान में विश्व चैंपियनशिप में चौथे स्थान पर हैं।

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9. लालरेमसियामी

लालरेमसियामी, तस्वीर साभार: National Herald


लालरेमसियामी एक मिज़ो भारतीय पेशेवर क्षेत्र का हॉकी खिलाड़ी है, जो भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। 19 साल की लालरेमसियामी महिला हॉकी टीम में शामिल होने के सिर्फ दो साल बाद ही टीम के लिए महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। हाल ही में, वह FIH राइजिंग स्टार ऑफ द ईयर अवार्ड जीतने वाली देश की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी बनीं। स्क्रॉल के साथ एक साक्षात्कार में उसने खुलासा किया कि ये उपलब्धियां उन पर अधिक दबाव नहीं डालती हैं। वह कहती हैं, “मुझे लगता है कि पुरस्कार मुझे हमेशा प्रेरित करते हैं और मुश्किल परिस्तिथियों में भी मेरी टीम के लिए प्रदर्शन करने के लिए ज्यादा प्रेरित करते हैं। मैंने पिछले कुछ सालों में जिस तरह से खेला है उसे जारी रखना है ताकि आगे बढ़ते रहना है।”

10. अन्नू रानी

अन्नु रानी, तस्वीर साभार: New Indian Express

भाला फेंक में अन्नू रानी, ​​60 मीटर से आगे निकलने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। वह अब आगामी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की तैयारी कर रही है। रानी ने 23 वें एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक सहित कई पुरस्कार हासिल किए हैं। अब वह ओलंपिक में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में उसने ओलंपिक के लिए इसे बनाने की अपनी रणनीति का खुलासा किया, “मैंने हमेशा योग्यता के निशान को पार करने और रैंकिंग पर भरोसा नहीं करने की योजना बनाई है। 

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