आशा बताती हैं, “12 महीने में सिर्फ 4 महीने हम डांस प्रोग्राम करते हैं बाकी के 8 महीने हम बेरोज़गार रहते हैं। लेकिन मैंने अपनी माँ से कढ़ाई करना सीख लिया है और अब मैं यह बाकी लड़कियों को भी सिखाती हूं ताकि वे अपने जीवन के हर मुकाम को हासिल कर सकें। लॉकडाउन में मैंने ऑनलाइन क्लास भी शुरू की। आज भारत से ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कालबेलिया नृत्य को लोग बहुत पसंद करते हैं और मुझ से ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से क्लास लेते हैं।“