मेरा फेमिनिस्ट जॉय: खुद की अभिव्यक्ति में आज़ादी की खोज
मैं बचपन से ग्रामीण महिलाओं के अनुभवों को देखती थी और उसे कहीं दर्ज करना चाहती थी और मैं वो कर पाई। यह अनुभव एक तरह से अभिव्यक्ति के माध्यम से मेरे फेमिनिस्ट जॉय की खोज थी। जब मेरी करीबी सहेलियों ने मेरा लिखा हुआ आर्टिकल पढ़ा और सराहा, तो मुझे वह खुशी मिली, जो मैंने कभी महसूस नहीं की थी।