जॉयलैंड: लैंगिक असमानता, पितृसत्ता, सेक्सुअलिटी की सच्चाई को सामने रखती एक उम्दा कहानीBy Aashika Shivangi Singh 6 min read | Mar 28, 2023
बात अग्रणी महिला वास्तुकार प्रेरिन जमशेदजी और उर्मिला चौधरी कीBy Aashika Shivangi Singh 6 min read | Feb 24, 2023
जैन यूनिवर्सिटी की घटना बताती है जातिवाद शिक्षण संस्थानों में कितना ‘नॉर्मलाइज़’ किया जा चुका हैBy Aashika Shivangi Singh 5 min read | Feb 17, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने भेजा राज्यों को नोटिस, क्या इससे बदल पाएगा पूर्वाग्रहों पर आधारित धर्मांतरण विरोधी कानून?By Aashika Shivangi Singh 5 min read | Feb 13, 2023
संत रविदास का बेगमपुरा कैसे सही मायनों में था एक समाजवादी समाजBy Aashika Shivangi Singh 6 min read | Feb 10, 2023
क्या कानूनी रूप से सही है महिलाओं द्वारा पति का सरनेम इस्तेमाल करना?By Aashika Shivangi Singh 5 min read | Feb 9, 2023
एक कोशिश, माया एंजेलो और सुशीला टाकभौरे की कविताओं में समानता ढूंढने कीBy Aashika Shivangi Singh 6 min read | Jan 31, 2023
कॉलेज में शाकाहारी भोजन परोसने के पीछे की रणनीति कैसे एक ख़ासवर्ग और विचारधारा से प्रेरित है!By Aashika Shivangi Singh 6 min read | Jan 25, 2023
नौटंकी की ‘गुलाब बाई’ जिन्होंने अपनी कला के ज़रिये दी थी पितृसत्ता को चुनौतीBy Aashika Shivangi Singh 6 min read | Dec 22, 2022