ऐसे ही झंझावतों वाले दौर में हिंदुस्तानी साहित्य में एक ऐसे सितारे का उदय हुआ, जिसने अपनी कहानियों से अपने समय और समाज को नंगा सच दिखाया। इस लेखक का नाम था- सआदत हसन मंटो।
विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं और पुरुषों के बीच आज भी जेंडर गैप मौजूद है। यहां जेंडर गैप शब्द का मतलब महिलाओं और पुरुषों के बीच उनकी भागीदारी, पहुंच, अधिकार, पारिश्रमिक या लाभों के स्तर के बीच किसी भी अंतर के लिए है।
नारीवाद के बारे में सभी ने सुना होगा। मगर यह है क्या? इसके दर्शन और सिद्धांत के बारे में ज्यादातर लोगों को नहीं मालूम। इसे पूरी तरह जाने और समझे बिना नारीवाद पर कोई भी बहस या विमर्श बेमानी है। नव उदारवाद के बाद भारतीय समाज में महिलाओं के प्रति आए बदलाव के बाद इन सिद्धांतों को जानना अब और भी जरूरी हो गया है।