‘आदर्श भारतीय पत्नी’: मध्य प्रदेश उच्च न्यायलय की टिप्पणी और पितृसत्ता को बढ़ावाBy Masoom Qamar 6 min read | Aug 25, 2025
आखिर कब तक न्यायालय बलात्कार का ‘हल’ आरोपी से शादी को मानेगा?By Masoom Qamar 6 min read | Jun 9, 2025
साल 2024 के अदालतों के वे फैसले जहां पितृसत्ता और रूढ़िवाद की मिली झलकBy Karina Jagat 5 min read | Dec 24, 2024
आखिर कब तक कंगारू कोर्ट के जरिए महिलाओं के मानवाधिकारों का हनन होगाBy Malabika Dhar 7 min read | Aug 28, 2024
नाबालिग लड़की के अंतःवस्त्र उतारना और उसके सामने नग्न होना ‘बलात्कार करने का प्रयास’ नहीं: राजस्थान हाईकोर्ट By Malabika Dhar 7 min read | Jun 14, 2024
देश में हजारों लंबित मामलों के बीच महिला अदालतों की महत्वपूर्ण भूमिकाBy Masoom Qamar 7 min read | Jun 4, 2024
घरेलू हिंसा के मामलों की जांच में ‘जेन्डर नूट्रल’ होना ज़रूरी: दिल्ली उच्च न्यायालयBy Masoom Qamar 6 min read | May 6, 2024
बलात्कारी से शादी का आदेश देकर, कैसे रेप कल्चर को बढ़ावा दे रहे हैं कोर्टBy Pooja Rathi 8 min read | Nov 2, 2022