इंटरनैशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड: लैंगिक समानता से कितने दूर हैं अभी हमBy Gayatri 6 min read | Oct 11, 2022
अंतरराष्ट्रीय बुकर से पुरस्कृत गीतांजलि श्री और डेज़ी रॉकवेल के बहाने हिंदी-साहित्य की पुरस्कार राजनीति पर बातBy Gayatri 7 min read | Jun 2, 2022
ख़ास बात: निम्न मध्यवर्गीय-गँवई औरतों को कविताओं में पिरोती कवयित्री रूपम मिश्र सेBy Gayatri 8 min read | Mar 29, 2022
घरे-बायरे संग्रहालय-प्रदर्शनी का बंद होना सरकारी तंत्र की सांस्कृतिक उदासीनता या काउंटर नैरेटिव को कमज़ोर करने की एक कोशिश!By Gayatri 5 min read | Dec 23, 2021
सेंगिनी की व्यथा या सूर्या का हिरोइज़्म, ‘जय भीम’ की प्राथमिकता क्या है?By Gayatri 6 min read | Nov 11, 2021
पर्दे से निजी जीवन तक पितृसत्ता और रूढ़िवाद को चुनौती देनेवाली स्मिता पाटिलBy Gayatri 6 min read | Oct 29, 2021
बात विश्वविद्यालयों में होनेवाली डिबेट में मौजूद पितृसत्ता और प्रिविलेज कीBy Gayatri 10 min read | Jul 29, 2021