दिल्ली से ताल्लुक़ रखती हूं और जर्नालिज़्म मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा है। स्टूडेंट एक्टिविज़्म में सक्रिय रहकर अपनी सोच को धार दी है। साथ ही मैं रूढ़िवाद, पितृसत्ता और पूंजीवाद को फ़ेक्ट की मार के साथ अपनी रिपोर्ट में बेबाकी से रखने की कोशिश करती हूँ। महिला, दलित, आदिवासी, माइनॉरिटीज़ और समाज के हाशिये पर खड़े आख़िरी शख़्स की आवाज़ को अपनी रिपोर्ट के ज़रिए बुलंद करना चाहती हूँ।