मेरा नाम सौम्या है। फिलहाल आईआईएमसी से हिंदी पत्रकारिता कर रही हूँ। नारीवाद को ज़मीनी स्तर पर समझने में मेरी हमेशा से रुचि रही है, खासतौर पर भारतीय नारीवाद को। भारतीय समाज में मौजूद रूढ़िवादिता, धर्म, जाति, वर्ग, लैंगिक असमानता को गहराई से समझना चाहती हूँ। एक औरत होने के नाते अपनी आवाज के माध्यम से उनकी आवाज बुलंद करना चाहती हूँ।