भारत में क्वीयर आंदोलन को कैसे नब्बे के दौर में शुरू हुई पत्रिकाओं ने दी एक सशक्त पहचानBy Varsha Prakash 4 min read | Jun 21, 2023
मैरिज़ इक्वॉलिटीः सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कही गई ज़रूरी बातेंBy Pooja Rathi 6 min read | Apr 25, 2023
सरकारों की असंवेदनशील नीतियां कैसे ट्रांस समुदाय को कर रही हैं एक जाति में सीमितBy Pooja Rathi 8 min read | Apr 18, 2023
ट्रांस महिला भी घरेलू हिंसा ऐक्ट के तहत सुरक्षा की हकदार: बॉम्बे हाई कोर्टBy Masoom Qamar 5 min read | Apr 13, 2023
वर्ल्ड एथलेटिक्स की ट्रांस महिलाओं पर रोक ट्रांस समुदाय को खेलों से दूर रखने का एक और ज़रियाBy Pooja Rathi 5 min read | Apr 5, 2023
सेम सेक्स मैरेज और क्वीयर कपल के गोद लेने की प्रक्रिया पर सरकार की होमोफोबिक दलीलें!By Masoom Qamar 5 min read | Mar 23, 2023
रोज़गार के क्षेत्र में आज भी ट्रांस समुदाय का प्रतिनिधित्व नदारद क्यों?By Masoom Qamar 5 min read | Feb 28, 2023
पितृसत्तात्मक जेंडर बाइनरी को खत्म करने के लिए पब्लिक स्पेस का ‘जेंडर न्यूट्रल’ होना क्यों है ज़रूरीBy Pooja Rathi 5 min read | Feb 17, 2023
AISHE रिपोर्ट और उच्च शिक्षा के आंकड़ों से नदारद ट्रांसजेंडर विद्यार्थीBy Nisha Bharti 6 min read | Feb 15, 2023
ट्रांसजेंडर छात्रों को लेकर एनसीईआरटी का नया मैनुअल, कई महत्वपूर्ण मुद्दों को किया दरकिनारBy Pooja Rathi 6 min read | Feb 1, 2023
लैंगिक पहचान के कारण ट्रांस महिला टीचर को स्कूल ने नौकरी से निकाला, अब स्कूल को प्रशासन ने दी क्लीनचिटBy Pooja Rathi 8 min read | Jan 20, 2023