मैं राजस्थान के झुंझुनूं जिले से हूं। दिल्ली से पढ़ाई पूरी करने के बाद से अपने गृह जिले को ही समझने, संवाद करने और यहाँ की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए सीखने की कोशिश कर रही हूं। नारीवाद, समता, आज़ादी, बंधुत्व और समावेशिता के बिना क्या ही जीवन है? इसीलिए इन्हीं विचारों को सीखने और जीवन में उतारने की कोशिश करती रहती हूं।