मुझे पहचानोः आधुनिक काल में स्त्री जीवन की व्यथा बयां करता उपन्यासBy Ayushman 5 min read | Dec 18, 2024
मेरा फेमिनिस्ट जॉयः डांस से मिलती अपार खुशी और आत्मनिर्भरता!By Manju Bhakar 5 min read | Dec 13, 2024
मर्दवाद के कीचड़ में डूबा भोजपुरी सिनेमा संसार में कब होगा बदलाव?By Rupam Mishra 6 min read | Dec 9, 2024
मेरा फेमिनिस्ट जॉयः खुद के लिए आवाज़ उठाना और मजबूत बनना ही मेरी खुशी!By Sonali Rai 4 min read | Dec 6, 2024
लैंगिक हिंसा के मुद्दे पर आधारित छह महत्वपूर्ण शॉर्ट फिल्में जो हमें देखनी चाहिएBy Sonali Rai 8 min read | Dec 3, 2024
आत्महत्या से होती मौत, जीवन संघर्ष और उम्मीद का संदेश देती फिल्म ‘नॉट टुडे’By Malabika Dhar 6 min read | Nov 21, 2024
महिला निर्देशकों की फ़िल्में और भारतीय सिनेमा जगत पर इसका प्रभाव By Priti Kharwar 7 min read | Nov 20, 2024
भूल भुलैया-3: कम हॉरर और ज्यादा सस्पेंस के बीच लटकती एक फीकी फिल्मBy Ravi Samberwal 4 min read | Nov 20, 2024
कल्पना लाजमीः भारतीय नारीवादी फ़िल्म निर्माण की एक महत्वपूर्ण हस्ती| #IndianWomenInHistoryBy Pooja Rathi 5 min read | Nov 18, 2024
लैंगिक पूर्वाग्रहों से ग्रस्त कॉमिक्स की दुनिया और बच्चों पर इसका असरBy Shehnaz 7 min read | Nov 15, 2024
द मून इनसाइड यू: पीरियड्स को लेकर सांस्कृतिक और बाजार के पहलू पर विस्तृत में बात करती महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्रीBy Roqaiya Bushri 5 min read | Nov 14, 2024
“मर्द को दर्द होता है”, आखिर बॉलीवुड को टॉक्सिक मैस्कुलिनिटी से छुटकारा कब मिलेगाBy Pooja Rathi 6 min read | Nov 7, 2024