डीजे और ऑर्केस्ट्रा के अश्लील गीतों में लहालोट पूरब का सामंती लोक- समाजBy Rupam Mishra 6 min read | Feb 20, 2023
प्रेम के परिदृश्य में अवध: प्रेम को मारकर किसी देश की आत्मा में क्या बचेगाBy Rupam Mishra 5 min read | Feb 20, 2023
जैन यूनिवर्सिटी की घटना बताती है जातिवाद शिक्षण संस्थानों में कितना ‘नॉर्मलाइज़’ किया जा चुका हैBy Aashika Shivangi Singh 5 min read | Feb 17, 2023
पितृसत्तात्मक जेंडर बाइनरी को खत्म करने के लिए पब्लिक स्पेस का ‘जेंडर न्यूट्रल’ होना क्यों है ज़रूरीBy Pooja Rathi 5 min read | Feb 17, 2023
भारतीय औरतें हर दिन 7.2 घंटे अवैतनिक घरेलू काम में बिताती हैंः रिसर्चBy Pooja Rathi 7 min read | Feb 16, 2023
AISHE रिपोर्ट और उच्च शिक्षा के आंकड़ों से नदारद ट्रांसजेंडर विद्यार्थीBy Nisha Bharti 6 min read | Feb 15, 2023
उच्च शिक्षा में घट रहा है अल्पसंख्यक विद्यार्थियों का दाख़िला: AISHE रिपोर्टBy Masoom Qamar 5 min read | Feb 13, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने भेजा राज्यों को नोटिस, क्या इससे बदल पाएगा पूर्वाग्रहों पर आधारित धर्मांतरण विरोधी कानून?By Aashika Shivangi Singh 5 min read | Feb 13, 2023
संत रविदास का बेगमपुरा कैसे सही मायनों में था एक समाजवादी समाजBy Aashika Shivangi Singh 6 min read | Feb 10, 2023
क्या कानूनी रूप से सही है महिलाओं द्वारा पति का सरनेम इस्तेमाल करना?By Aashika Shivangi Singh 5 min read | Feb 9, 2023
स्त्री और हाशिये के समुदाय रामचरितमानस की आलोचना क्यों न करें!By Rupam Mishra 7 min read | Feb 7, 2023
अवध के गाँवों में नालियों और रास्तों के लिए मचा संग्राम, एक सामंती समाज में असमानता से बना जर्जर ढांचाBy Rupam Mishra 6 min read | Feb 7, 2023
ट्रांसजेंडर छात्रों को लेकर एनसीईआरटी का नया मैनुअल, कई महत्वपूर्ण मुद्दों को किया दरकिनारBy Pooja Rathi 6 min read | Feb 1, 2023
समाज और बाज़ार के बने-बनाए मानकों में जकड़ा स्त्री के रूप-रंग का प्रश्नBy Rupam Mishra 6 min read | Jan 31, 2023
पतंगबाज़ी के ज़रिये कैसे अपनी जगह बना रही हैं ये ग्रामीण औरतेंBy Neha Kumari 4 min read | Jan 30, 2023