‘आदर्श महिला’ की रूढ़िवादी तस्वीर दिखाता भारतीय सिनेमा और समाज में उसकी चाहBy Nandini Raj 5 min read | Oct 15, 2025
‘आदर्श भारतीय पत्नी’: मध्य प्रदेश उच्च न्यायलय की टिप्पणी और पितृसत्ता को बढ़ावाBy Masoom Qamar 6 min read | Aug 25, 2025
अमृता प्रीतम की ‘जंगली बूटी’: अंगूरी के प्रेम और पहचान की तलाश करती कहानीBy Rupam Mishra 7 min read | May 28, 2025
क्यों हमें सिनेमा के गढ़े गए ‘आदर्श माँ’ के मिथक को नकारने की ज़रूरत हैBy Savita Chauhan 7 min read | May 5, 2025
आदर्श महिला से सुपर वीमेन के बीच महिला स्थिति का सवाल| नारीवादी चश्माBy Swati Singh 3 min read | Mar 1, 2021