अक्सर मीडिया लैंगिक और यौन हिंसा की खबरों में ऐसी तस्वीरों का इस्तेमाल करता है जिसमें सर्वाइवर एक ‘कमज़ोर’ पक्ष की तरह दिखाई देते हैं और आरोपी/दोषी एक मज़बूत। लैंगिक/यौन हिंसा की खबरों में ऐसी तस्वीरों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ये तस्वीरें सर्वाइवर को एक असहाय की तरह दिखाती हैं और दोषी/आरोपी को एक मज़बूत, आक्रामक, ताकतवर पक्ष के रूप में। ऐसी तस्वीरों की जगह उन तस्वीरों का इस्तेमाल करें जिसमें यौन हिंसा, लैंगिक हिंसा के ख़िलाफ़ विरोध की झलक हो। बलात्कार, यौन हिंसा के ख़िलाफ होने वाले विरोध-प्रदर्शनों की तस्वीरों का इस्तेमाल करना सबसे सटीक माना जाता है। इसी पहल में एक कोशिश की है फेमिनिज़म इन इंडिया ने। फेमिनिज़म इन इंडिया ने अपने कैंपेन #GBVinMedia के तहत ऐसी तस्वीरों का संकलन तैयार किया है जिन्हें आप बलात्कार, यौन हिंसा, लैंगिक हिंसा से जुड़ी खबरों में इस्तेमाल कर सकते हैं। इन सभी तस्वीरों के पास CC-BY 4.0 license है जिनका स्वामित्व फेमिनिज़म इन इंडिया के पास है। आप इन तस्वीरों को कमर्शियल या नॉन-कमर्शियल उद्देश्यों के तहत इस्तेमाल करने के लिए स्वतंत्र हैं। हालांकि, आपको तस्वीर का साभार फेमिनिज़म इन इंडिया को देना होगा। साथ ही इमेज क्रेडिट के साथ इस पेज को हाइपर लिंक करना होगा।
1- जेल में आरोपी : इस तस्वीर को सृष्टि शर्मा ने बनाया है। आप उन्हें इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फॉलो कर सकते हैं।
2- हिंसा के ख़िलाफ़ एकजुटता : इस तस्वीर को अश्विनी कुलकर्णी ने बनाया है। आप उन्हें इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं।
3- अब और नहीं : इस तस्वीर को अश्विनी कुलकर्णी ने बनाया है। आप उन्हें इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं।
4- हम पितृसत्ता की नींव हिलाकर रख देंगे : इस तस्वीर को अर्पिता विश्वास ने बनाया है। आप उन्हें फेसबुक पर फॉलो कर सकते हैं।
5- अब बस : इस तस्वीर को सुनिधि कोठारी ने बनाया है। आप उन्हें इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं।
6- हम चुप नहीं रहेंगे : इस तस्वीर को सिमलिन जे ने बनाया है। आप उन्हें इंस्टाग्राम और Behance पर फॉलो कर सकते हैं।
7- न का मतलब न है : इस तस्वीर को सिमलिन जे ने बनाया है। आप उन्हें इंस्टाग्राम और Behance पर फॉलो कर सकते हैं।
8- कार्यस्थल पर उत्पीड़न : इस तस्वीर को मारवा एम ने बनाया है। आप उन्हें Behance और इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं।
9- अब और कठुआ नहीं : इस तस्वीर को मारवा एम ने बनाया है। आप उन्हें Behance और इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं।
10- हिंसा के दो रूप : इस तस्वीर को सुगंधा पांडे ने बनाया है। आप उनके ब्लॉग और लिंक्डन इन को फॉलो कर सकते हैं।
हमें उम्मीद है कि ये तस्वीरें मीडिया में लैंगिक हिंसा/जेंडर बेस्ड वॉयलेंस का प्रतिनिधित्व करने के तरीके को बदल सकती हैं। इस संसाधन को किसी भी और सभी मीडिया पेशेवरों के साथ साझा करने के लिए स्वतंत्र महसूस करें जिन्हें आप जानते हैं।
फेमिनिज़म इन इंडिया की #GBVinMedia की पूरी रिपोर्ट आप यहां डाउनलोड कर सकते हैं।