संस्कृतिकिताबें इलेवन मिनट्स: पाओलो कोएलो द्वारा रचित प्रसिद्ध उपन्यास

इलेवन मिनट्स: पाओलो कोएलो द्वारा रचित प्रसिद्ध उपन्यास

यह कहानी ब्राजील की एक युवा लड़की, मारिया के जीवन पर आधारित है। वह एक छोटे से गांव से आती है और अपने सपनों को लेकर जीवन में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए बाहर निकलती है। मारिया को ग्यारह साल की उम्र में पहली बार प्यार का अनुभव होता है। लेकिन उसकी यह प्रेम कहानी पूरी नहीं हो पाती है।

ब्राजील के लेखक पाओलो कोएलो की प्रसिद्ध कृति “इलेवन मिनट्स” एक महिला की आत्म-खोज की कहानी है जो उसके जीवन के संघर्षों, समाज की कठोरता, आत्म-सम्मान और अस्तित्व की खोज पर भी केंद्रित है। पाओलो कोएलो ने हमेशा अपने साहित्य में इंसान जीवन के एक अंधेरे पक्ष की खोज की है। अपने इस उपन्यास इलेवन मिनट्स में भी उन्होंने एक ऐसी ही जीवन यात्रा को सामने रखा है। यह उपन्यास महिलाओं के जीवन के विभिन्न पहलुओं उनके आंतरिक संघर्षों, इच्छाओं और कामुकता पर केंद्रित है।

यह कहानी ब्राजील की एक युवा लड़की, मारिया के जीवन पर आधारित है। वह एक छोटे से गांव से आती है और अपने सपनों को लेकर जीवन में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए बाहर निकलती है। मारिया को ग्यारह साल की उम्र में पहली बार प्यार का अनुभव होता है। लेकिन उसकी यह प्रेम कहानी पूरी नहीं हो पाती है। इससे पहले कि वह उसे बता सके कि वह कैसा महसूस करती है, वह लड़का उससे दूर चला जाता है। वह एक दिन उसका पीछा करने का सपना देखती है। मारिया एक महत्वाकांक्षी लड़की है। जैसे-जैसे समय बीतता है, वह अपने गांव को छोड़कर अपने सपनों को पूरा करने के लिए यूरोप की यात्रा करती है।

सेक्सवर्कर के तौर पर काम करते हुए मारिया को यह समझ आता है कि कामुकता केवल शारीरिक चीजों के बारे में नहीं है, यह भावनाओं और संबंधों के बारे में भी है। वह खुद एक सेक्स वर्कर बनना चुनती है। मारिया अपने अनुभवों  के ज़रिये खुद को और अपनी इच्छाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए इस्तेमाल करती है।

वह स्विटजरलैंड पहुंचती है, जहां अपने जीवन को बदलने की उम्मीद रखती है। लेकिन उसकी उम्मीदों से अलग परिस्थितियां उसे एक सेक्स वर्कर के पेशे के रूप में काम करना पड़ता है। शुरुआत में, वह इसे महज़ एक पेशे के रूप में स्वीकार करती है, लेकिन धीरे-धीरे यह उसके जीवन और मानसिकता पर गहरा प्रभाव डालता है। सेक्स वर्कर के रूप में काम करने की अपनी यात्रा के दौरान, मारिया को प्यार और उसके शरीर से जुड़ी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पाओलो कोएलो की किताब उन कठिन परिस्थितियों की पड़ताल करती है जिनका सामना महिलाओं को अक्सर जीवन में करना पड़ता है।

लेखक ने मारिया के किरदार के द्वारा समाज की उस वास्तविकता को दिखाने का प्रयास किया है जहां पर महिलाओं को उनकी यौनिकता के आधार पर देखा जाता है। इसका मतलब यह है कि कभी-कभी महिलाएं जो चाहती हैं या महसूस करती हैं, उसे गंभीरता से नहीं लिया जाता है। सेक्सवर्कर के तौर पर काम करते हुए मारिया को यह समझ आता है कि कामुकता केवल शारीरिक चीजों के बारे में नहीं है, यह भावनाओं और संबंधों के बारे में भी है। वह खुद एक सेक्स वर्कर बनना चुनती है और उसे इसके लिए मजबूर नहीं किया जाता है। मारिया अपने अनुभवों  के ज़रिये खुद को और अपनी इच्छाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए इस्तेमाल करती है। लेकिन समाज के द्वारा सेक्स वर्क को एक बुरे काम और इसे हीनता की नज़र से देखा जाता है। सेक्स वर्कर्स के तौर पर काम करने वाली महिलाओं को इस नज़रिये की वजह से उनके आत्मसम्मान और उसकी पहचान से जुड़े कई तरह के बेबुनियादी सवालों का जवाब देना पड़ता है। 

तस्वीर साभारः Amazon

इस उपन्यास में मारिया की यात्रा दिखाती है कि कैसे एक महिला मजबूत हो सकती है। वह किसी पुरुष या अन्य की मदद का इंतजार किए बिना खुद की देखभाल कर सकती है। लेखक बताते हैं कि मारिया ने खुद ही एक सेक्स वर्कर बनने का फैसला किया। इस चुनाव का मतलब यह नहीं था कि वह अपने अंदर के व्यक्तित्व को त्याग रही थी। बल्कि वह इस फैसले और वह अपनी जिंदगी में घट रही हर घटना के लिए जिम्मेदार बनी रही। यह दिखाता है कि एक महिला को अपनी जिंदगी के फैसलों का हक है, चाहे वे समाज की दृष्टि में सही हों या गलत।   

कहानी में आगे लेखक इस बारे में बात करते हैं कि कैसे प्यार और शारीरिक आकर्षण भ्रमित कर सकते हैं। मारिया को यकीन नहीं है कि प्यार सिर्फ़ किसी के करीब होने के बारे में है या इसका मतलब कुछ और खास है। प्यार और शारीरिक भावनाओं के बारे में यह भ्रम लंबे समय से महिलाओं के लिए एक समस्या रही है। लोग अक्सर सोचते हैं कि प्यार कुछ शुद्ध और सुंदर है जबकि वे शारीरिक आकर्षण को कुछ कम महत्वपूर्ण मानते हैं। लेकिन वास्तव में, प्यार और आकर्षण एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कोएलो ने मारिया के अनुभवों के माध्यम से यह संदेश दिया है कि प्रेम और यौनिकता दोनों ही महिला के जीवन के अहम पहलू हैं और उन्हें अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए।   

मारिया के अनुभव उसे खुद के बारे में सोचने और आत्म-समझ की यात्रा पर ले जाते हैं। वह समझती है कि असली संतोष तभी आता है जब हम अपनी आत्मा को समझते हैं और स्वीकार करते हैं। भले ही वह एक ऐसा काम करती है जिसे समाज में हीनता की दृष्टि से देखा जाता है लेकिन वह हमेशा खुद पर विश्वास करती है। उसे खुद की यात्रा पर गर्व महसूस होता है। वह दूसरों की सोच को अपने ऊपर हावी नहीं होने देती। मारिया का किरदार यह कहता है कि अपने बारे में अच्छा महसूस करना महत्वपूर्ण है। हमारा आत्म-सम्मान या हम अपने बारे में कैसा महसूस करते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम अपने बारे में क्या सोचते हैं, न कि दूसरों की बातों पर।

उपन्यास में दुनिया में महिलाओं के साथ हो रहे व्यवहार के बारे में भी बात होती है। मारिया की यात्रा सिर्फ़ उसके अपने जीवन के बारे में नहीं है, बल्कि यह दिखाने का एक तरीका है कि कैसे समाज महिलाओं को उनकी पसंद और नौकरी के आधार पर गलत तरीके से आंकता है। समाज में लोगों के मन में महिलाओं के बारे में रूढ़िवादी विचार हैं और वे बदलना नहीं चाहते। इस रवैये की वजह से महिलाओं के लिए अपना जीवन जीना मुश्किल हो जाता है। लेखक कोएलो बताते हैं कि पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग नियम हैं। महिलाओं को अक्सर एक वस्तु के रूप में देखा जाता है और उनके कामों के आधार पर उनका मूल्यांकन किया जाता है। जबकि पुरुषों के साथ ऐसा नहीं होता है। यह कहानी हमें यह समझने में मदद करती है कि महिलाओं को किन मुश्किल चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और समाज में उन्हें किस तरह से देखा जाता है।

लेखक बताते हैं कि मारिया ने खुद ही एक सेक्स वर्कर बनने का फैसला किया। इस चुनाव का मतलब यह नहीं था कि वह अपने अंदर के व्यक्तित्व को त्याग रही थी। बल्कि वह इस फैसले और वह अपनी जिंदगी में घट रही हर घटना के लिए जिम्मेदार बनी रही।

यह एक ऐसा उपन्यास है जो महिलाओं की कामुकता, आत्मसम्मान, स्वतंत्रता और समाज में उनके स्थान जैसे मुद्दों की गहराई से पड़ताल करता है। मारिया के माध्यम से पाउलो कोएलो यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि महिलाएं समाज द्वारा उन पर लगाए गए किरदारों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे अपनी पहचान बनाने में सक्षम हैं। यह उपन्यास उन महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है जो समाज की बाधाओं को तोड़कर अपने अस्तित्व की तलाश में लगी हुई हैं। इसमें महिलाओं को यह संदेश दिया गया है कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, अगर वे अपने आत्मसम्मान और स्वतंत्रता को महत्व देती हैं तो वे किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं।


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