पितृसत्ता का वास्ता ‘जेंडर’ से ज़्यादा ‘सोच’ से है, जो किसी की भी हो सकती हैBy Neharika Tewari 3 min read | Dec 13, 2019
पितृसत्ता के दबावों को रेस्पॉन्ड करने को मज़बूर हैं आज़ाद औरतें ?By Chokher Bali 3 min read | Jul 15, 2019
बोलती औरत से पितृसत्ता डरती है, तभी तो महिला-केंद्रित भद्दी गालियाँ बोलती है!By Jagisha Arora 3 min read | Feb 25, 2019
‘मर्द को दर्द नहीं होता’ वाला पुरुषों के लिए पितृसत्ता का जहरBy Ramkinkar Kumar 5 min read | Sep 12, 2017