“पुरुष कमाएं, महिलाएं बचाएं” बात ‘बचत’ की पितृसत्तात्मक अवधारणा कीBy Rishu Kumari 4 min read | May 22, 2023
पितृसत्ता के वे अदृश्य रूप जो शामिल हैं हमारे रोज़मर्रा के जीवन मेंBy Pooja Rathi 6 min read | Oct 19, 2022
कैसे बचपन से ही हमें मिलने लगती है जेंडर रोल्स की ट्रेनिंगBy Arushi Parihar 4 min read | Jun 14, 2022
पितृसत्ता की देन है ‘घर के काम से लेकर परिवार नियोजन तक पुरुषों की भागीदारी न के बराबर होना’By Neha Kumari 5 min read | Apr 6, 2022
घर के काम के बोझ तले नज़रअंदाज़ होता महिलाओं का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्यBy Sucheta Chaurasia 4 min read | Oct 1, 2021
क्यों हमें अब एक ऐसे कानून की ज़रूरत है जो घर के काम में बराबरी की बात करे?By Sonali Khatri 4 min read | Dec 2, 2020