समाजविज्ञान और तकनीक पीरियड्स ट्रैंकिंग ऐपः सहूलियत या प्राइवेसी को लेकर चिंता का एक कारण

पीरियड्स ट्रैंकिंग ऐपः सहूलियत या प्राइवेसी को लेकर चिंता का एक कारण

पीरियड्स एक नेचुरल प्रक्रिया है विश्व स्तर पर अरबों लोग हर माह पीरियड्स की प्रक्रिया से गुजरते हैं। पारंपरिक तौर पर लोग कैलेंडर या डायरी पर दर्ज कर पारंपरिक तरीकों से ट्रैक करते थे। अब तकनीक के विकास ने पीरियड्स टेक्रिंग ऐप बाजार में पेश किए हैं। पीरियड्स स्वास्थ्य की निगरानी और सुविधा के तौर पर एक वर्ग के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की रहने वाली 24 वर्षीय रिया एक छात्रा हैं। पढ़ाई और अन्य कामों के बीच खुद के सेहत से जुड़ी जानकारी के रिमाइंडर के लिए डिजिटल ऐप्स का इस्तेमाल करती है। वह अमूमन एक दिन में कैलरी बर्न, वॉकिंग और मेंस्ट्रुएल हेल्थ के लिए स्मार्ट फोन में मौजूद ऐप्स के ज़रिये अपडेट लेती रहती है। इनके इस्तेमाल को लेकर उनका कहना है, “आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में हम अपने बारे में भूल जाते हैं। मुझे पीरियड्स से जुड़ी कई परेशानियां चल रही हैं उसके बाद से मैंने पीरियड्स ट्रैंकिंग ऐप का इस्तेमाल करना शुरू किया। हालांकि मैं इसे केवल अपनी डेट ट्रैक करने तक ही सीमित रखती हूं बाकी अन्य जानकारियां देने में मुझे परहेज है और वह बहुत निजी भी है। दरअसल टेक्नोलॉजी जितना आपके जीवन को आसान बनाती है वह उतनी खतरनाक भी होती है। यही तकनीक हम पर हर तरह से नज़र बनाए हुए है।” 

पीरियड्स एक नेचुरल प्रक्रिया है विश्व स्तर पर अरबों लोग हर माह पीरियड्स की प्रक्रिया से गुजरते हैं। पारंपरिक तौर पर लोग कैलेंडर या डायरी पर दर्ज कर पारंपरिक तरीकों से ट्रैक करते थे। अब तकनीक के विकास ने पीरियड्स ट्रेंकिंग ऐप बाजार में पेश किए हैं। पीरियड्स स्वास्थ्य की निगरानी और सुविधा के तौर पर एक वर्ग के लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। इन ऐप्स ने पीरियड्स को समझने के तरीके में बदलाव किया है जो व्यापक जानकारी, व्यक्तिगत जानकारी को प्रदान करता है। तकनकी का यह प्रारूप बाजार से भी जुड़ा है जिसने अन्य पहलू भी है। यही वजह है कि रिया जैसे व्यक्ति के पीरियड्स ट्रैंकिंग ऐप को लेकर जो डर और संकोच है वह जाहिर है क्योंकि तमाम फायदे और अपडेट के साथ तकनीक के ज़रिये निगरानी और डेटा इकट्ठा किया जा रहा है।

ये पीरियड्स ट्रैंकिंग एप्लिकेशन एल्गोरिदम का इस्तेमाल करके आगे की भविष्यवाणी करते है कि आपका अगला चक्र कब होगा। कंज्यूमर रिपोर्ट्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ दुनिया भर में लगभग 50 मिलियन महिलाएं इन एप्लिकेशन का इस्तेमाल करती हैं।  

पीरियड्स ट्रेंकिंग ऐप्स तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन क्या हमें पीरियड्स ट्रैक के लिए ऐसे ऐप का इस्तेमाल करना चाहिए? क्या तकनीक और बाज़ार के इस रूप में मेंस्ट्रुएल हेल्थ के विषय को केवल मुनाफ़े का विषय बनकर देखा जा रहा है। बाजार के इस खेल में यूजर्स के डेटा का थर्ड पार्टी के साथ शेयर करने की ख़बरें भी है। पीरियड्स ट्रैंकिंग से जुड़ी तकनकी के विकास और बाज़ार के संबंध को जानने के लिए कई पहलू पर चर्चा करने की आवश्यकता है। 

पीरियड्स ट्रैंक करने कैसे मददगार है

अपने पीरियड्स पर नज़र रखना अपने स्वास्थ्य पर अधिक नियंत्रण महसूस करने का एक आसान तरीका है। पूरे महीने तरीख, लक्षणों और अन्य परिवर्तनों के दस्तावेजकरण करना कई वजह से मददगार हो सकता है। यह आपके पीरियड्स पर नज़र बनाए रखने में मददगार होता है। पीरियड्स पर नज़र बनाए रखने के साथ-साथ स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं को भी ध्यान रखने में मददगार है। हार्मोनल बदलाव, बर्थ कंट्रोल या अन्य संबंधित स्थिति पर नज़र बनान रखने में मदद करता है। 

आपको क्यों परवाह करने की आवश्यकता

अगर आप पीरियड्स ट्रेंकिंग ऐप्स का इस्तेमाल करते है तो सुविधा के साथ-साथ अन्य बातों पर ध्यान रखने की भी आवश्यकता है। पीरियड्स ट्रेंकिंग ऐप्लिकेशन अपने यूजर्स से अनेक तरह का डेटा इकट्ठा करते हैं। यह डेटा शेयर करने से मतलब है कि आपकी जानकारी को आपकी अनुमति के बिना किसी अन्य के साथ साझा करना करना। आपकी अनुमति के बिना डेटा को संसाधित किया जाता है और इसको आगे बढ़ाया जाता है। कठोर और सशक्त कानूनों के अभाव के कारण यूजर्स के कंपनियों के फैसलों पर निर्भर रह जाता है। ये पीरियड्स ट्रैंकिंग एप्लिकेशन एल्गोरिदम का इस्तेमाल करके आगे की भविष्यवाणी करते है कि आपका अगला चक्र कब होगा। कंज्यूमर रिपोर्ट्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ दुनिया भर में लगभग 50 मिलियन महिलाएं इन एप्लिकेशन का इस्तेमाल करती हैं। 

तस्वीर साभारः Smashboard

ये एप्लिकेशन अपने यूजर्स के बारे में बहुत सी निजी जानकारी का डेटा एकत्र करते हैं जैसे उनका फ्लो कितना हैवी है, वे किस तरह के दर्द का अनुभव कर रहे हैं, उनकी भावनात्मक स्थिति, नींद, ऊर्जा स्तर, भोजन की इच्छा, बाल, त्वचा, मेंटर हेल्थ, एक्सरसाइज, वजन, शरीर के तापमान, बर्थ कंट्रोल टाइप जैसी अन्य जानकारियां की अपडेट लेता है। अलग-अलग ऐप अन्य विभिन्न तरह के डेटा भी एकत्र कर सकते हैं। इतना ही नहीं यह मेंस्ट्रुएल साइकल से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं हॉर्मोन, माइग्रेन पर भी निगरानी रखते हैं। ऐसा करते हुए ये ऐप्स अत्याधिक व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करते हैं जो पीरियड्स की तारीखों से कहीं आगे तक जा सकती है। क्या आप कंसीव करने की कोशिश कर रहे हैं, और आप सुरक्षित यौन संबंध को फॉलो कर रहे हैं, क्या आपको अबॉर्शन हुआ है जैसी जानकारियां इसमें शामिल है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर की रहने वाली शीला (बदला हुआ नाम) पीरियड्स ट्रेंकिंग ऐप के इस्तेमाल के अनुभव के बारे में बताते हुए कहती है दरअसल ऐप के ज़रिये पीरियड्स ट्रेंकिंग करने की बहुत सहूलियत भी है। पहली डिलीवरी के बाद मैं जल्द ही दूसरा बच्चा नहीं चाहती थी। ऐप के ज़रिये मुझे आसानी से पता चल गया कि मेरा पीरियड्स मिस हुआ है जिस वजह से बहुत जल्द ही मुझे डॉक्टर पास जाकर पीरियड्स मिस होने का कारण पता चला। तब मुझे पहली बार लगा कि ये ऐप मददगार है लेकिन डेटा के बारे बात करते तो सच में यह एक बहुत गंभीर मुद्दा है। ये सब आपस में ऐसा जुड़ा है कि हमारी हर चीज़ पर नज़र रखी जाती है। हमारी जानकारियों को आगे बढ़ाकर फिर ब्रांड्स अपना गेम खेलते है, विज्ञापन आते हैं तो यह सब इस लिहाज से सच में खतरनाक है। 

तीसरे पक्ष के साथ साझा जानकारी

बाज़ार और अन्य उद्देश्यों के लिए ऐप अपने यूज़र्स का डेटा तीसरी पार्टी के साथ शेयर करती है। बीते वर्ष ओआरसीएचए के द्वारा एकत्र की गई जानकारी के अनुसार 84 प्रतिशत पीरियड्स ट्रैंकर ऐप तीसरे पक्ष के साथ जानकारी शेयर करते हैं। ऐप्स ने डेवलपर के सिस्टम से परे व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी तीसरे पक्ष के साथ साझा करने की अनुमति दी। 68 फीसदी पर अधिकांश मार्केटिंग के लिए, 40 फीसदी ने रिसर्च के लिए और 40 फीसदी ने ऐप की डेवलपर सेवाओं के लिए ऐसा किया है। तीसरे पक्ष के साथ डेटा शेयर करने के वालों मेे से केवल एकल ऐप ने इसे नियमों और शर्तों में करने के बजाय, ऐप के अंदर यूज़र्स से स्पष्ट अनुमति मांगकर प्रैक्टिस लागू की है जिसे बहुत कम लोग पढ़ते हैं। 

अलग-अलग ऐप अन्य विभिन्न तरह के डेटा भी एकत्र कर सकते हैं। इतना ही नहीं यह मेंस्ट्रुएल साइकल से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं हॉर्मोन, माइग्रेन पर भी निगरानी रखते हैं। ऐसा करते हुए ये ऐप्स अत्याधिक व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करते हैं जो पीरियड्स की तारीखों से कहीं आगे तक जा सकती है।

साल 2021 में अमेरिकन संघीय व्यापार आयोग ने पुष्टि की थी कि 100 मिलियन यूजर्स के साथ एक ऐप ने अपनी गोपनीयता नीति में घोषित करने के बावजूद तीसरे पक्ष के डेटा विश्लेषण सेवाओं के साथ अपने यूजर्स की स्वास्थ्य संबंधित जानकारी साझी की गई है।  साल 2019 में हुए एक अध्ययन के अनुसार स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधित ऐप्स की डेटा शेरयिंग में सबसे बड़ी समस्या पारदर्शिता की कमी है। इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि कैसे तीसरे पक्ष के साथ कई स्तर की संवेदनशील स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां एकत्र कर सकते हैं और उसका इस्तेमाल मालिकाना एल्गोरिदम को पॉप्युलेट करने के लिए कर सकते हैं। इसमें कहा गया है कि यूजर्स के डेटा इस्तेमाल करने से बीमा प्रीमियम, रोजगार, वित्तीय सेवाओं या आवास के लिए उपयुक्त विज्ञापन या एल्गोरिदम निर्णय लेने को प्रभावित करता है। 

दरअसल ऐसी निजी जानकारी को इस तरह से किसी और के साथ प्रसारित करने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं जिससे हम आम लोग अंजान है। द गार्ज़ियन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार लगातार रिसर्चर यूजर्स को ट्रैकिंग ऐप चुनने से पहले पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, और उन ऐप्स से बचने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं जो बड़ी मात्रा में डेटा एकत्र करते हैं भले ही वे किस गोपनीयता प्रथाओं का विज्ञापन करते हो।   


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