समाजखेल वे महिला खिलाड़ी जिन्होंने 2024 में अपनी प्रतिभा के दम पर दुनिया में पहचान बनाई

वे महिला खिलाड़ी जिन्होंने 2024 में अपनी प्रतिभा के दम पर दुनिया में पहचान बनाई

विनेश ने बीते साल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और बीजेपी के नेता बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद महिला पहलवानों के न्याय के लिए आंदोलन किया। यौन उत्पीड़न के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाली विनेश काफी समय तक मैट से दूर भी रही। विनेश न केवल कुश्ती जगत में एक मील का पत्थर तय किया है और महिलाओं के लिए खेल के क्षेत्र में एक नई प्रेरणा भी स्थापित की।

2024 में भारतीय महिला खिलाड़ियों ने खेल की दुनिया में अपनी उल्लेखनीय मौजूदगी दर्ज कराई। इन खिलाड़ियों ने अपने कठिन परिश्रम और समर्पण से न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी देश का नाम रोशन किया। विभिन्न खेलों में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें निशानेबाजी, बैडमिंटन, टेनिस, क्रिकेट, और एथलेटिक्स जैसे प्रमुख खेल शामिल हैं। भारतीय महिला खिलाड़ियों की सफलता ने न केवल महिलाओं के खेल को प्रेरित किया, बल्कि यह हर क्षेत्र में महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने का भी एक महत्वपूर्ण कदम रहा। भारतीय महिला खिलाड़ी अपने अद्वितीय खेल कौशल से खेल जगत में एक नई मिसाल कायम कर रही हैं। आइए नज़र डालते कुछ महिला खिलाड़ियों परर जो अपनी खेल उपलब्धियों के वजह से इस साल सुर्खियों में रही।

1. विनेश फोगाट

तस्वीर साभारः TOI

भारतीय कुश्ती की धरोहर विनेश फोगट साल 2024 में अपनी यादगार यात्रा के कारण सुर्खियों में बनी रहीं। इस साल, उन्होंने अपनी शानदार मेहनत और संघर्ष से न केवल व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाए, बल्कि भारतीय महिला कुश्ती को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर गौरव दिलाया। एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने अपनी ताकत और तकनीकी कौशल को साबित किया। दूसरी ओर 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई किया, और उनकी तैयारी को लेकर ख़ास चर्चा रही। पेरिस ओलंपिक में उन्होंने भारत के लिए कुश्ती में लगातार तीन मैचों में जीत दर्ज की है। हालांकि 50 किलोग्राम वर्ग भार इवेंट के फाइनल मुकाबले से कुछ ग्राम अधिक वजन होने से बाहर कर दिया गया। विनेश ने बीते साल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और बीजेपी के नेता बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद महिला पहलवानों के न्याय के लिए आंदोलन किया। यौन उत्पीड़न के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाली विनेश काफी समय तक मैट से दूर भी रही। विनेश न केवल कुश्ती जगत में एक मील का पत्थर तय किया है और महिलाओं के लिए खेल के क्षेत्र में एक नई प्रेरणा भी स्थापित की।

2. मनु भाकर

भारतीय निशानेबाज़ मनु भाकर ने 2024 में पेरिस ओलंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए दो कांस्य पदक जीते, जिससे वह एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बनीं। पहला पदक उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में हासिल किया, जहां वह तीसरे स्थान पर रहीं। दूसरा कांस्य पदक उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में जीता। इन उपलब्धियों के बाद, मनु भाकर का भारत में जोरदार स्वागत किया गया, जहां उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और अपनी सफलता के अनुभव साझा किए। मनु भाकर की इन उपलब्धियों ने भारतीय खेल जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

3.अवनी लेखरा

तस्वीर साभार: The Indian Express

अवनी लेखरा, भारत की मशहूर पैरा निशानेबाज हैं जिन्होंने 2024 में देश का नाम रोशन किया। उन्होंने पेरिस पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही, वह पैरालंपिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। इस बड़ी जीत के बाद, अक्टूबर 2024 में अवनी को “हार्पर्स बाजार स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर” का सम्मान मिला, जो उनके शानदार खेल और मेहनत का प्रमाण है। हालांकि, 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस एसएच1 स्पर्धा में वह पदक नहीं जीत पाईं और पांचवें स्थान पर रहीं। फिर भी उनके प्रदर्शन ने सभी का दिल जीता। 2024 में अवनी की ये उपलब्धियां न केवल उनके करियर के लिए बड़ी हैं, बल्कि भारतीय पैरा खेलों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत हैं।

4.कोनेरु हम्पी

तस्वीर साभारः National Herald

भारतीय शतरंज खिलाड़ी कोनेरु हम्पी ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। जनवरी 2024 में, उन्हें महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए चुना गया, जो शतरंज की विश्व चैंपियनशिप तक पहुंचने का एक बड़ा अवसर है। उनकी शानदार फीडे रेटिंग के कारण उन्हें इस टूर्नामेंट में जगह मिली। इसके बाद, मई-जून 2024 में, कोनेरु हम्पी ने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के पहले महिला संस्करण में भाग लिया। यह टूर्नामेंट खास था क्योंकि पहली बार महिला खिलाड़ियों को इसमें शामिल किया गया था। कोनेरु हम्पी और आर वैशाली ने इस टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया। टूर्नामेंट के दौरान हम्पी का सामना आर वैशाली से हुआ, जिसमें वैशाली ने उन्हें हराकर महिला वर्ग में पहला स्थान हासिल किया। इन उपलब्धियों ने 2024 में कोनेरु हम्पी को अंतरराष्ट्रीय शतरंज मंच पर और भी मजबूती से स्थापित किया।

5. हरमानप्रीत कौर

तस्वीर साभार: NDTV Sports

हरमनप्रीत कौर ने इस साल भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान के रूप में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की और ख़बरों में छाई रही। महिला टी20 विश्व कप में उनकी कप्तानी में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया, और उन्होंने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के चलते ‘टीम ऑफ द टूर्नामेंट’ में जगह बनाई। वहीं, महिला प्रीमियर लीग (WPL) 2024 में भी हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने शानदार प्रदर्शन किया, और उनकी टीम ने लगातार जीत हासिल कर प्लेऑफ में जगह बनाई। इसके साथ ही, व्यक्तिगत रूप से भी हरमनप्रीत कौर ने कई शानदार जीत हासिल किए, जिनमें अंतरराष्ट्रीय मैचों में शतक और अर्धशतक शामिल हैं, जो भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले गए।

6. मणिका बत्रा

तस्वीर साभारः The Economics Times

भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मणिका बत्रा ने 2024 में अपने शानदार प्रदर्शन से कई नई उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में महिला एकल स्पर्धा के राउंड ऑफ 16 तक पहुंचकर इतिहास रच दिया। यह किसी भी भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी के लिए अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन था। हालांकि, इस दौर में जापान की मिउ हिरानो से हारकर उनका सफर समाप्त हो गया। इसके अलावा, मणिका ने सऊदी स्मैश 2024 में बड़ा कारनामा किया। उन्होंने वहां पूर्व विश्व चैंपियन वांग मन्यू को हराकर सभी को चौंका दिया। इस टूर्नामेंट में उन्होंने क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया, जो उनके करियर का एक और बड़ा मील का पत्थर है। मणिका ने विश्व टेबल टेनिस चैंपियंस मोंटपेलियर में भी शानदार खेल दिखाया और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। इस उपलब्धि के साथ वह इस स्तर के टूर्नामेंट में ऐसा करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गईं।

7. मीराबाई चानू

तस्वीर साभारः Pune Mirror

2024 में मीराबाई चानू कई कारणों से चर्चा में रहीं। पेरिस ओलंपिक में उन्होंने महिलाओं की 49 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग स्पर्धा में भाग लिया और कुल 199 किलोग्राम का भार उठाया। हालांकि, वे कांस्य पदक से केवल एक किलोग्राम से चूक गईं और चौथे स्थान पर रहीं। इसके अलावा, मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर उन्होंने चिंता जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से शांति स्थापित करने की अपील की। अपने गृह राज्य की स्थिति को लेकर उनकी यह भावुक अपील सोशल मीडिया और समाचारों में काफी चर्चा में रही। साल के अंत में, उन्होंने अपनी फिटनेस पर ध्यान देने और भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए बेहतर तैयारी करने के लिए विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा न लेने का निर्णय लिया। इन सब घटनाओं ने
मीराबाई चानू को खेल और सामाजिक मुद्दों में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व के रूप में पेश किया।

8. मोना अग्रवाल

तस्वीर साभारः PCI

मोना अग्रवाल ने मार्च 2024 में नई दिल्ली में आयोजित विश्व पैरा शूटिंग कप में स्वर्ण पदक जीता। इस जीत से भारत को पेरिस पैरालंपिक 2024 के लिए एक कोटा स्थान मिला। इसके बाद, अगस्त 2024 में पेरिस पैरालंपिक में उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। मोना का जीवन संघर्षों से भरा हुआ रहा है। जब वह महज नौ महीने की थीं, तब पोलियो के कारण उन्हें शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वह परिवार में तीसरी बेटी थीं और उन्हें समाज से ताने भी सुनने पड़े। हालांकि, उनकी दादी गीता देवी ने हमेशा उनका साथ दिया। मोना ने दिसंबर 2021 में निशानेबाजी में कदम रखा और जुलाई 2023 में क्रोएशिया के ओसिजेक में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने 2024 में कोरिया के चांगवोन में आयोजित पैरा विश्व कप में भी स्वर्ण पदक जीता।

9. नित्या श्री सिवन

तस्वीर साभारः India Express

भारतीय पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी नित्या श्री सिवन ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। उन्होंने महिला एकल एसएच6 वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। इस प्रतियोगिता में उन्होंने इंडोनेशिया की खिलाड़ी रीना मार्लिना को 21-14, 21-6 के सीधे सेटों में हराया। नित्या की इस जीत ने न केवल उनके करियर को ऊंचाई दी बल्कि देश का मान भी बढ़ाया। भारत ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में कुल 15 पदक अपने नाम किए, जिसमें 3 स्वर्ण, 5 रजत और 7 कांस्य शामिल हैं। पेरिस में नित्या की उपलब्धि ने यह भी दिखाया कि भारतीय पैरा-खेल अब विश्व स्तर पर अपना दमखम दिखाने को तैयार हैं। उनके इस योगदान से न केवल बैडमिंटन के क्षेत्र में बल्कि पूरे खेल जगत में भारत का नाम रोशन हुआ है।

2024 में भारतीय महिला खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास के साथ किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। इन खिलाड़ियों की सफलता न केवल खेल के क्षेत्र में, बल्कि समाज में भी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनीं। इनकी उपलब्धियों ने यह स्पष्ट किया कि महिलाओं के लिए अवसर और समर्थन मिलते ही वे किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं। भारतीय महिला खिलाड़ी अब केवल खेल की दुनिया में ही नहीं, बल्कि समाज के हर पहलू में अपने अधिकार और स्थान के लिए संघर्ष करने का प्रतीक बन चुकी हैं। यह समय है कि हम उन्हें और अधिक प्रोत्साहित करें, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता से आगे बढ़ सकें और आने वाली पीढ़ी को प्रेरित कर सकें।

नोटः यह सूची अपने आप में संपूर्ण नहीं हैं। ऐसी कई और होनहार महिला खिलाड़ी हमारे देश में मौजूद हैं जो लगातार अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं।


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