समाजख़बर विनेश फोगाटः यौन उत्पीड़न के खिलाफ़ आवाज़ उठाने से लेकर पेरिस ओलंपिक तक का सफ़र

विनेश फोगाटः यौन उत्पीड़न के खिलाफ़ आवाज़ उठाने से लेकर पेरिस ओलंपिक तक का सफ़र

पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए कुश्ती में विनेश फोगाट ने लगातार तीन मैचों में जीत दर्ज की। प्री क्वार्टर फाइनल में उन्होंने सुसाकी को 3-2 से शिकस्त दी। वहीं क्वॉर्टरफाइनल मैच में यूक्रेन की ओसाना लिवाच को 7-5 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल मुकाबले में क्यूबा की गुजमैन लोपेज को विनेश ने कोई मौका नहीं दिया और 5-0 से हराया।

बीती सुबह भारत के लिए वो सुबह थी जहां देश के करोड़ों लोगों के जेहन में एक ही नाम चल रहा था वो हैं विनेश फोगाट। मंगलवार छह जुलाई 2024 वह तारीख है जब पहलवान विनेश फोगाट ने इतिहास में अपना नाम दर्ज कराते हुए न केवल खेलों में कीर्तिमान हासिल किया बल्कि देश में कुश्ती में यौन शोषण के मामले में चुप्पी साधे लोगों को चारों खाने चित कर दिया। विनेश ने छह अगस्त की रात पेरिस में महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में क्यूबा की गुजमैन लोपेज को जो पटखनी दी है वह सिस्टम को विनेश फोगाट के जवाब के तौर पर लोगों ने देखी। जिस संघर्ष को करते हुए विनेश वहां पहुंची हैं वह इस मुल्क की हर उस औरत की जीत है जिसे चुप करा दिया जाता है।

बैक टू बैक दो जीत 

पेरिस ओलंपिक में छह अगस्त को भारत के लिए कुश्ती में विनेश फोगाट ने लगातार तीन मैचों में जीत दर्ज की है। विनेश ने छह अगस्त को जापान की युई सुसाकी को हराकर सबको हैरान किया। सुसाकी को हराना कितना महत्वपूर्ण है इस बात का अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि वह पिछली 83 अंतरराष्ट्रीय बाउट्स में से एक भी नहीं हारी थी। प्री क्वार्टर फाइनल में उन्होंने सुसाकी को 3-2 से शिकस्त दी थी। वहीं क्वॉर्टरफाइनल मैच में यूक्रेन की ओसाना लिवाच को 7-5 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल मुकाबले में क्यूबा की गुजमैन लोपेज को विनेश ने कोई मौका नहीं दिया और 5-0 से हराया। विनेश ने बीते साल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और बीजेपी के नेता बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद महिला पहलवानों के न्याय के लिए आंदोलन किया। यौन उत्पीड़न के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाली विनेश काफी समय तक मैट से दूर रही।

कुश्ती में भारत के लिए गोल्ड मेडल से एक कदम दूरी को बुधवार सुबह उस समय झटका लगा जब पेरिस से यह ख़बर सामने आई की भारती मुक्केबाज विनेश फोगाट को अयोग्य करार कर दिया गया है। उन्हें 50 किलोग्राम वर्ग इवेंट के फाइनल मुकाबले से बाहर कर दिया गया।

फाइनल मैच से पहले आयोग्य करार

कुश्ती में भारत के लिए गोल्ड मेडल से एक कदम दूरी को बुधवार सुबह उस समय झटका लगा जब पेरिस से यह ख़बर सामने आई की भारतीय मुक्केबाज विनेश फोगाट को अयोग्य करार कर दिया गया है। उन्हें 50 किलोग्राम वर्ग भार इवेंट के फाइनल मुकाबले से बाहर कर दिया गया। इतना ही नहीं विनेश अब ओलंपिक में कोई मेडल नहीं जीत सकेंगी हालांकि उनके रजत पदक की दावेदारी के लिए लोगों और खिलाड़ी इसकी मांग कर रहे हैं। बुधवार सुबह नियमों के तहत उनका वजन किया गया तो उनका वजन कुछ ग्राम ज्यादा पाया गया। भारतीय दल ने विनेश के वजन को नियंत्रित करने के लिए कुछ समय मांगा लेकिन तय वजन से अधिक भार होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया। ईसपीएन में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक़ विनेश का 100 ग्राम वजन अधिक था।

तस्वीर साभारः India Today

भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “बेहद दुख के साथ हम विनेश फोगाट के 50 किलोग्राम भार वर्ग के महिला कुश्ती इवेंट से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। टीम के रातभर के प्रयासों के बावजूद आज सुबह उनका वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक हो गया। इस समय दल की ओर से कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी। भारतीय टीम आप से विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करती है। टीम वर्तमान प्रतियोगिताओं पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती है।” इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा है, “विनेश आप चैंपियनों में चैंपियन हो। आप भारत का गर्व हो और प्रत्येक भारतीय की प्रेरणा हो। आज के सैटबैक ने दुखी किया है। काश में जिस पीड़ा को महसूस कर रहा हूं उसे शब्दों में बयां कर पाता। मैं जानता हूं आप में क्षमता है। चुनौतियों का सामना करना आपका स्वभाव है। मजबूत होकर लौटिए। हम सब आपके साथ हैं।”

विनेश को लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

ओलंपिक में ऐसा प्रदर्शन करने वाली विनेश पहली भारतीय महिला है। इस प्रदर्शन के बाद उनका सिल्वर मेडल पक्का हो गया था। लेकिन अब ये सपना टूट गया है। ओलंपिक से बाहर होने के बाद साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है, “मेरा दिल घबराया हुआ और परेशान है। विनेश ने जो किया है वह कल्पना से परे है। यह शायद इस ओलंपिक में किसी भारतीय एथलीट के साथ हुई सबसे विनाशकारी घटना है। हम सोच भी नहीं सकते कि वह किस दौर से गुज़र रही होगी। अगर ऐसा संभव होता, तो मैं अपने पदक विनेश को दे देती।” बजरंग पूनिया ने कहा है, “विनेश तुम हिम्मत और नैतिकता की गोल्ड मेडलिस्ट हो।” 

छह जुलाई को शाम में लगातार जीत के बाद से विनेश को बधाई देने वालों का तांता लग गया। विनेश की जीत को देश की महिलाओं की जीत और सिस्टम के ख़िलाफ़ जीत के तौर पर बताकर लोगों ने जश्न भी मनाया। हालांकि एक पक्ष उस समय भी उनके ख़िलाफ़ बोल रहा था। विनेश के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार और नफरत की कोई कमी नहीं छोड़ी। हिमाचल मंडी से भाजपा सांसद अभिनेत्री कंगना रनौत इंस्ट्राग्राम पर उन्हें एक मौका देने जैसी बात कहती नज़र आई। भाजपा के अन्य नेता संसद में उनके वजन बढ़ने तक पर हल्के बयानबाजी करते नज़र आए।

प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के साथ पुलिस द्वारा हिंसा की गई, सड़क पर उन्हें घसीटते हुए और लाठी खाती हुई तस्वीरें हमारे सामने आई। विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखा। उन्होंने ब्रजभूषण के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की साथ ही अपने अवॉर्ड खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड तक वापस कर दिये। 

वहीं विपक्ष ने संसद में इस मामले को उठाया है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस घटनाक्रम को देश का अपमान बताया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने एक्स पर लिखा है। कि विनेश फोगाट के फाइनल मैच न खेल पाने की चर्चा की तकनीकी कारणों की गहरी जांच हो और यह सुनिश्चित किया जाए कि सच्चाई क्या है और इसके पीछे की असली वजह क्या है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने विनेश के लिए सोशल मीडिया एक्स पर एक भावुक पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा है, “तमाम चुनौतियों से लड़ते हुए अपनी अथक मेहनत से आप जिस मुकाम तक पहुंचीं वो आसान नहीं था। आपकी इस अविश्वसनीय यात्रा से करोड़ों सपनों को बल मिला है।”

बृजभूषण के ख़िलाफ़ धरने पर बैठी विनेश

तस्वीर साभारः Business Standard

विनेश फोगाट बीते वर्ष पूर्व कुश्ती महासंघ और भाजपा नेता बृज भूषण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वाले पहलवानों में से एक हैं। बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आए थे। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया समेत पहलवानों ने लंबे समय तक धरना दिया। साल 2023 में पूरा साल पहलवानों का प्रदर्शन चलता रहा। इन दौरान प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के साथ पुलिस द्वारा हिंसा की गई, सड़क पर उन्हें घसीटते हुए और लाठी खाती हुई तस्वीरें हमारे सामने आई। विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखा। उन्होंने ब्रजभूषण के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की साथ ही अपने अवॉर्ड खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड तक वापस कर दिये। 

विनेश फोगाट सरकार से लगातार कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा नेता के ख़िलाफ़ बोलती रही लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से उन्हें कोई आश्वाशन नहीं दिया गया। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने भाजपा नेता ब्रजभूषण के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज और चार्जशीट फाइल की। सिस्टम के ख़िलाफ़ लड़ने वाली विनेश अपने विरोधियों को पछाड़ते हुए आगे बढ़ती रही। देश में खेल और खेलों में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल हो इसके लिए सिस्टम, सरकार से लड़ने वाली विनेश फोगाट ने इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया हैं। वह ओलंपिक रेसलिंग में वहां तक पहुंची हैं, जहां कोई भारतीय लड़की नहीं पहुंची। यहां तक का सफ़र उन्होंने उन नुकीले पत्थरों को पर चलकर तय किया है जिन्हें बाकायदा उनके रास्ते में जानबूझकर गाड़ा गया।


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