महिलाओं के संघर्ष और आकांक्षाओं को आवाज़ देते एक फिल्मकार श्याम बेनेगलBy Rupam Mishra 6 min read | Jan 9, 2025
जातिवादी व्यवस्था को आईना दिखाती छत्तीसगढ़ की पहली फ़िल्म ‘कहीं देबे संदेश’By Rachna 5 min read | Jan 7, 2025
‘गीली पुच्ची’: जाति, जेंडर और यौनिकता की परतें उधेड़ती एक कहानीBy Savita Chauhan 4 min read | Jan 6, 2025
साल 2024 की कुछ बेहतरीन महिला केंद्रित और नारीवादी फिल्मेंBy Minakshi Metta 9 min read | Dec 20, 2024
मुझे पहचानोः आधुनिक काल में स्त्री जीवन की व्यथा बयां करता उपन्यासBy Ayushman 5 min read | Dec 18, 2024
मेरा फेमिनिस्ट जॉयः डांस से मिलती अपार खुशी और आत्मनिर्भरता!By Manju Bhakar 5 min read | Dec 13, 2024
मर्दवाद के कीचड़ में डूबा भोजपुरी सिनेमा संसार में कब होगा बदलाव?By Rupam Mishra 6 min read | Dec 9, 2024
मेरा फेमिनिस्ट जॉयः खुद के लिए आवाज़ उठाना और मजबूत बनना ही मेरी खुशी!By Sonali Rai 4 min read | Dec 6, 2024
लैंगिक हिंसा के मुद्दे पर आधारित छह महत्वपूर्ण शॉर्ट फिल्में जो हमें देखनी चाहिएBy Sonali Rai 8 min read | Dec 3, 2024
आत्महत्या से होती मौत, जीवन संघर्ष और उम्मीद का संदेश देती फिल्म ‘नॉट टुडे’By Malabika Dhar 6 min read | Nov 21, 2024
महिला निर्देशकों की फ़िल्में और भारतीय सिनेमा जगत पर इसका प्रभाव By Priti Kharwar 7 min read | Nov 20, 2024