शुभिका गर्ग
सेरेना विलियम्स की छवि महज एक स्टार टेनिस खिलाड़ी होने तक ही सीमित नहीं है। वे मॉडलिंग भी करती हैं और विभिन्न सामाजिक कार्यों को करने के साथ ही उनकी जो एक सबसे खूबसूरत छवि है ,वह एक दमदार, सशक्त माँ की है।
सेरेना टेनिस में अपने बेजोड़ प्रदर्शन और प्रभावशाली व्यक्तित्व के लिए दुनियाभर में जानी जाती है| और जितनी बेबाक वो अपने कार्यक्षेत्र में है उतनी ही अपनी निजी जीवन में भी है| इसी तर्ज पर, उन्होंने अपनी प्रेगनेंसी के दौरान एक फ़ोटोशूट भी करवाया था। ग़ौरतलब है कि समाज की दकियानूसी परंपरा (जिसके तहत प्रेग्नेंट महिला को अपने घर तो क्या अपने घर के बड़े या पुरुष सदस्यों के सामने जाने से ‘शर्म’ के लिहाज से मना किया जाता है|) को तोड़ते हुए किसी महिला के जीवन के सबसे बेहतरीन पलों को उन्होंने अपनी तस्वीरों के ज़रिए सभी के सामने बेबाकी से दर्शाया था|
आधुनिकता के इस दौर में हमारे समाज में किसी भी स्वस्थ स्त्री की जगह ‘स्लिम’ स्त्री ने ले रखी है, जिसकी तर्ज पर स्त्री की सुंदरता के संदर्भ में समाज ने शर्म, लिहाज, परंपरा और संस्कृति के नामपर सुंदरता की एक परिभाषा गढ़ी है और जब कभी भी कोई स्त्री इस बनायी गयी सुंदरता की परिभाषा की सीमारेखा लांघती है तो उसे समाज की तमाम तरह की आलोचनाओं का लगातार शिकार होना पड़ता है| इसके लिए काफ़ी सुर्ख़ियों में भी रही।
सेरेना टेनिस में अपने बेजोड़ प्रदर्शन और प्रभावशाली व्यक्तित्व के लिए दुनियाभर में जानी जाती है|
साल 2017 में सेरेना एक प्यारी सी बेटी की माँ बनीं थीं। उस वक्त सी- सेक्शन डिलीवरी के बाद उन्हें काफी कॉम्प्लिकेशन हो गई थीं जिसकी वजह से वे क़रीब छह सप्ताह तक बेडरेस्ट पर ही थीं। शारीरिक तकलीफों की वजह से वे उस वक्त अपने ताजातरीन मातृत्व के सफर को भी ठीक से एन्जॉय नहीं कर पा रही थीं।
जब सेरेना इन सारी तकलीफों से मुक्त हुईं तो उन्होंने एक लंबी चौड़ी पोस्ट में अपनी डिलीवरी के बाद हुए दर्दनाक अनुभव साझा किए थे। इसमें उन्होंने बताया था कि डिलीवरी के पहले उनका प्रेग्नेंसी का समय काफी सुखद था लेकिन बेटी को जन्म देने के बाद उनके स्टिच जल्दी ठीक नहीं हो पाए थे। साथ ही उन्हें ब्लड क्लॉटिंग की भी समस्या हो गई थी जिसके चलते उन्हें दोबारा सर्जरी की तकलीफ से गुजरना पड़ा था। यह सब सेरेना के लिये काफी तकलीफदेह साबित हुआ था।
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अब सेरेना चाहती हैं कि जो कुछ भी तकलीफ उन्हें सहना पड़ी वो तकलीफें किसी अन्य माँ को ना झेलना पड़े। उनका मानना है कि हर तरह से सक्षम होने के बावजूद भी उन्हें कितनी दिक्कतें झेलना पड़ीं तो आम महिलाओं को तो उनसे कई गुना ज्यादा तकलीफ होती होगी।
माँऐं प्रेग्नेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद की दिक्कतों से बची रहें इसके लिए सेरेना ने बिजनेसमैन मार्क क्यूबन के साथ मिलकर एक तीन मिलियन डॉलर के ‘मेटरनल हैल्थ स्टार्टअप’ में इन्वेस्टमेंट किया है। इस हैल्थ स्टार्टअप का नाम ‘माहमी’ ( MaahMee) है। यह स्टार्टअप खासतौर पर प्रेग्नेंट महिलाओं की बेहतर देखभाल और उन्हें डिलीवरी के पहले और बाद में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाएगा। इस स्टार्टअप में यह सुनिश्चित करने के प्रयास किये जाएंगे कि महिलाओं को डिलीवरी के बाद होने वाली दिक्कतों को कम किया जा सके और शिशु व मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सके।
टेनिस चैंपियन बनने के साथ ही सेरेना एक ‘चैंपियन माँ’ भी हैं जो कि दूसरी माँओं की तकलीफों को समझने का प्रयास करते हुए उन्हें स्वस्थ सुरक्षित बने रहने में सपोर्ट कर रही हैं। वे एक ऐसे स्टार्टअप में इन्वेस्ट कर रही हैं जो माँ और शिशु की बेहतरी के लिए समर्पित है। सेरेना का यह काम सराहनीय है। कुछ ऐसे ही सकारात्मक प्रयास हमारे देश में भी किये जाने चाहिए ताकि शिशु एवं मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सके।
यह लेख शुभिका गर्ग ने लिखा है, जिससे इससे पहले मॉमप्रेसो में प्रकाशित किया जा चुका है।
तस्वीर साभार : livehindustan