मारिया गेटाना एग्नेसी ने नौ साल की उम्र में अपना पहला अकादमिक व्याख्यान दिया जिसमें वे पुरजोर तरीके से यह समर्थन करती है कि महिलाओं के द्वारा लिबरल आर्ट का अध्ययन किसी भी तरह से अनुचित नहीं है। इतनी कम उम्र में यह किसी के लिए भी असामान्य प्रतीत होगा। वह विश्वविद्यालयों में महिलाओं को शिक्षा मिले इसके लिए लगातार आवाज़ उठा रही थीं जो उस समय तक महिलाओं को प्रदान नहीं की गई थी। मारिया गेटाना एग्नेसी एक अग्रणी इटालियन गणितज्ञ, दार्शनिक, मानवतावादी और भाषाविद् थीं। उनके योगदान ने विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र पर एक अमिट छाप छोड़ी। वह गणित की हैंडबुक लिखने वाली पहली महिला थीं। इतना ही नहीं गणित की प्रोफेसर नियुक्त होने वाली पहली महिला भी थीं। उनके काम ने गणितज्ञों और विद्वानों की अगली पीढ़ियों के लिए आधार तैयार किया।
जन्म और शुरुआती जीवन
मारिया गेटाना एग्रेसी का जन्म 16 मई, 1718 को मिलान, इटली में हुआ था। उनके पिता पिएत्रो एग्रेसी एक व्यापारी थी। वह एक समृद्ध परिवार से ताल्लुक रखती थी। उनके पिता ने उनकी और उनके भाई-बहनों की पढ़ाई की व्यवस्था घर पर ही की थी। उन्होंने बहुत कम उम्र में लैटिन, ग्रीक सहित कई भाषाओं में महारत हासिल कर ली थी। बहुत छोटी उम्र से ही वह बहुभाषी वातावरण में डूबी हुई थी।
परिवार की समृद्धि और शैक्षिक पृष्ठभूमि ने उन्हें बौद्धिक गतिविधियों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान किया। उन्होंने बचपन से ही गणित के प्रति असाधारण योग्यता प्रदर्शित की। उनके पिता ने उनकी गणितीय प्रतिभा को देखकर सुनिश्चित किया कि उन्हें इस विषय में आगे शिक्षा मिले। उन्होंने छोटी उम्र में ही कैलकुलस और अन्य उन्नत गणितीय विषयों का अध्ययन करना शुरू कर दिया था। नौ साल की उम्र तक उनको गणितीय क्षमताओं के लिए पहले ही पहचान मिल चुकी थीं। उन्होंने इतनी कम उम्र में एक गणित पत्रिका में एक प्रमेय प्रकाशित किया, जिसने गणितीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया और उन्हें एक प्रतिभाशाली व्यक्ति के रूप में स्थापित किया।
एग्नेसी ने शिक्षा और ज्ञान के प्रसार में गहरी रुचि विकसित की। इसी जुनून ने उनके बाद के काम को प्रभावित किया, विशेष रूप से इटली में गणित की शिक्षा में सुधार लाने के उद्देश्य से ‘विश्लेषणात्मक संस्थान’ के उनके लेखन ने। वह एक विपुल लेखिका थीं उनके कार्यों में गणित, भाषा विज्ञान और दर्शन सहित विभिन्न क्षेत्र शामिल थे। उनके लेखन ने विशेष रूप से उनकी गणितीय पाठ्यपुस्तक ‘एनालिटिकल इंस्टीट्यूशंस’ ने इटली और उसके बाहर गणित की शिक्षा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गणित को सुलभ बनाने की उनकी प्रतिबद्धता और उनके स्पष्ट, शैक्षणिक दृष्टिकोण ने गणितीय शिक्षाशास्त्र पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। इसके अतिरिक्त भाषा के दर्शन और उनके भाषाई हितों में उनका योगदान अमूल्य है। एग्नेसी के लेखन का उनके ऐतिहासिक महत्व और ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों पर उनके प्रभाव के लिए अध्ययन और सराहना लगातार जारी है।
गणितीय शिक्षाशास्त्र में योगदान
एग्रेसी ने गणित की शिक्षा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिक्षा के क्षेत्र में लैंगिक बाधाओं को तोड़ा और सामुदायिक सेवा की विरासत छोड़ी। उनकी कहानी महत्वाकांक्षी गणितज्ञों और विद्वानों, विशेषकर महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनीं। उनका सबसे महत्वपूर्ण गणितीय कार्य इटालियन युवाओं के उपयोग के लिए विश्लेषणात्मक संस्थान गणितीय शिक्षाशास्त्र के विकास में सहायक था। उनकी स्पष्ट और संक्षिप्त व्याख्याओं ने जटिल गणितीय अवधारणाओं को छात्रों के लिए अधिक सुलभ बना दिया। गणित की शिक्षा में सुधार के प्रति उनके समर्पण ने बाद की पाठ्यपुस्तकों के लिए एक उच्च मानक स्थापित किया, जिससे छात्रों की पीढ़ियों को लाभ हुआ हैं।
अपने शोध और लेखन से उन्होंने गणित शिक्षा की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने एक उत्कृष्ट शिक्षिका के रूप में ख्याति स्थापित की और बोलोग्ना विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में नियुक्त हुईं, जहाँ उन्होंने गणित और दर्शनशास्त्र पढ़ाया। उनके व्याख्यानों और शिक्षण पद्धतियों की स्पष्टता और अत्यंत गहन, विस्तृत व सटीक ज्ञान के लिए सराहना की गई। एग्नेसी के ‘विच ऑफ एग्नेसी’ ‘वर्सिएरा’ एक क्यूबिक कर्व के अध्ययन ने क्यूबिक कर्व्स और कैलकुलस के सिद्धांत के विकास में योगदान दिया। हालाँकि यह वक्र कुछ अन्य की तुलना में कम प्रसिद्ध है। इस पर उनका काम गणितीय सिद्धांत के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम था।
एग्रेसी ने अपने एक भाषण में कहा था, “इससे बचने के लिए यह सबसे अच्छा है, वास्तव में आवश्यक है कि महिला दिमाग।जैसा कि वे कहते हैं कि यह अपने आप में पर्याप्त रूप से सही नहीं है कि लिबरल विषयों से पूरी तरह से दूर रखा जाए। वे घरेलू मामलों के प्रबंधन से संतुष्ट रहें और खुद को सुई और तकली के साथ व्यस्त रखें। ये चीजें या कलम और कागज के विपरीत इस तरह की अन्य चीजें महिलाओं के लिए उचित हैं क्योंकि बहस में एक विद्वान महिला के होने से अधिक वास्तव में कुछ भी अधिक परेशान करने वाला नहीं है। सबसे न्यायसंगत न्यायाधीशों की माने तो, ये चीजें किलेबंदी और मुसीबतों की नींव है। महिलाओं के लिए जिन्हें उलट दिया जाना चाहिए और नष्ट कर दिया जाना चाहिए। मैं यह वादा करने का साहस करती हूं कि आपके सभी विरोधियों की राय को मैं बिना किसी महत्व के रूप में खारिज कर दूंगी।”
अपने इस भाषण में वह महिलाओं की समाज में तय लैंगिक भूमिकाओं को रेखांकित करती हैं और उनके अवसरों के संबंध में बदलाव का आह्वान करती हैं। वह सीधे न्यायाधीशों और उनके विरोधियों को भी संबोधित करती हैं, जो सभी पुरुष हैं। यह उद्धरण शक्तिशाली है क्योंकि वह वर्तमान सामाजिक संरचना को उखाड़ने और इसे पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए शैक्षिक मानकों से बदलने का प्रयास कर रही थीं।
गणित के क्षेत्र में महिलाओं के लिए बनीं प्रेरणा
मारिया एग्रेसी ने एक ऐसे युग में गणितज्ञ के रूप में उपलब्धियाँ हासिल की जब महिलाओं को शैक्षणिक और वैज्ञानिक गतिविधियों से पूरी तरह बाहर रखा जाता था। उनके काम ने गणित में महिलाओं की भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के रूप में काम किया। उनके उदाहरण से पता चला कि महिलाएं पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान पितृसत्तात्मक क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं, लैंगिक रूढ़िवादिता को चुनौती दे सकती हैं और अधिक महिलाओं को विज्ञान और गणित में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं।
मारिया गेटाना एग्नेसी का पालन-पोषण हमारे युग से बिल्कुल अलग युग में हुआ था क्योंकि उनके अवसर बेहद सीमित थे। हालांकि विभिन्न प्रकार की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण उनकी तुलना आधुनिक हस्तियों से करना मुश्किल है। मारिया गेटाना एग्नेसी ने लगभग 300 साल पहले लैंगिक बाधाओं को तोड़कर और गणित और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके रूढ़िवादिता को चुनौती दी। महिलाओं की भावी पीढ़ियों को अपने जुनून और शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया और इन तमाम तरीको से महिलाओं की समानता में योगदान दिया। 18वीं शताब्दी के दौरान पुरुष-प्रधान पितृसत्तात्मक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिला के रूप में एग्नेसी की जीवन कहानी दृढ़ संकल्प और बौद्धिक जिज्ञासा की शक्ति का एक स्थायी प्रमाण बनी हुई है। उनकी विरासत उन व्यक्तियों को प्रेरित करती रहती है जो सामाजिक बाधाओं और भेदभाव का सामना करते हैं। ज्ञान प्राप्त करने और बाधाओं को तोड़ने के महत्व पर जोर देते हैं।
स्रोतः