यह बहुत अच्छा अनुभव होता है जब आपके काम की सराहना होती है और उसे पहचान मिलती है। फेमिनिज़म इन इंडिया के काम को इस बार भी लाडली मीडिया अवॉर्ड्स द्वारा सम्मानित किया गया है। यह सफलता हमारी टीम, हमारे लेखकों, हमारे इंटर्न्स और हमारे पाठकों की बदौलत संभव हो पाई है। इस बार भी, पॉपूलेशन फर्स्ट द्वारा आयोजित लाडली मीडिया अवॉर्ड्स 2024 में फेमिनिज़म इन इंडिया और हमारे लेखकों ने विभिन्न श्रेणियों में कई पुरस्कार जीते हैं। फेमिनिज़म इन इंडिया हिंदी को तीन अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है। इन पुरस्कारों की घोषणा 4 सितंबर की शाम को की गई।
फेमिनिज़म इन इंडिया हिन्दी में प्रकाशित असिस्टेंट एडिटर पूजा राठी की “भारतीय अभिनेत्रियों के वायरल डीपफेक वीडियो, तकनीक के ज़रिये लैंगिक हिंसा का एक नया तरीका” को हिन्दी के लिए ‘वेब न्यूज रिपोर्ट’ श्रेणी में चुना गया है।
फेमिनिज़म इन इंडिया हिन्दी में प्रकाशित स्टाफ राइटर वर्षा प्रकाश की “अंतरजातीय प्रेम संबंधों में जातिवाद से गुजराती दलित युवतियों के अनुभव” को हिंदी के लिए ‘वेब आर्टिकल श्रेणी’ में चुना गया है।
फेमिनिज़म इन इंडिया हिन्दी में प्रकाशित पूजा राठी की महिलाएं कितने घंटे सोएंगी, कैसे पितृसत्ता करती है यह तय को ‘हिन्दी वेब केटेगरी’ में ज्यूरी अप्रिसियेशन से सम्मानित किया गया।
फेमिनिज़म इन इंडिया हिन्दी में प्रकाशित पूर्व स्टाफ राइटर ऐश्वर्या राज के नारीवादी ज्ञान मीमांसा के संदर्भ और भारतीय मीडिया: एक नज़र थ्योरी और अनुभवों को साथ रखते हुए” को ‘हिन्दी वेब केटेगरी’ में वेब आर्टिकल श्रेणी में चुना गया है।
यह सातवीं बार है जब FII ने यह पुरस्कार जीता है। हमें 2023, 2022, 2021, 2020, 2018 और 2015 में लैंगिक संवेदनशीलता के लिए लाडली मीडिया पुरस्कार मिला।
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