सेंगिनी की व्यथा या सूर्या का हिरोइज़्म, ‘जय भीम’ की प्राथमिकता क्या है?By Gayatri 6 min read | Nov 11, 2021
असुरन : पूंजीवादी सवर्ण ज़मीदारों के शोषण और दलितों के संघर्ष को दिखाती फिल्मBy Aashika Shivangi Singh 7 min read | Jun 1, 2021
कर्णन : दलितों के संघर्ष पर उनके नज़रिये से बनी एक शानदार फिल्मBy Aashika Shivangi Singh 6 min read | May 21, 2021
Why men rape : एक किताब जो बलात्कारी मर्द पर हमें सोचने के लिए मजबूर करती हैBy Vanshika Pal 4 min read | May 20, 2021
मानोबी बंधोपाध्याय की आत्मकथा : ‘पुरुष तन में फंसा मेरा नारी मन’By Vibha Thakur 13 min read | Apr 12, 2021
पगलैट : विधवा औरतों के हक़ की बात करती फिल्म कहीं न कहीं निराश करती हैBy Shreya 5 min read | Apr 1, 2021
महिला-विरोधी फिल्मों के बीच पितृसत्ता की बेड़ियां तोड़ती ‘द लास्ट कलर’By Shreya 4 min read | Mar 3, 2021