‘थप्पड़’ – क्यों मारा, नहीं मार सकता।’- वक्त की माँग है ये ज़रूरी सवालBy Ritika 6 min read | Feb 20, 2020
छपाक : एसिड पीड़िताओं के संघर्षों और भेदभाव की परतों को उकेरती एक ज़रूरी फ़िल्मBy Neharika Tewari 5 min read | Jan 17, 2020
आदिवासियों की ज़िंदगी के संघर्षों और ख़ूबसूरती को बयां करती हैं ये फ़िल्मेंBy Adivasi Lives Matter 8 min read | Dec 20, 2019
छपाक : एसिड अटैक सरवाइवर की महज़ कहानी नहीं, उनकी ज़िंदगी की हक़ीक़त है!By Manvi Wahane 5 min read | Dec 18, 2019
ड्रीमगर्ल : बाज़ारवादी ज़िंदगी के रिश्तों की हकीकत और उत्पीड़क संस्कृति का जंजाल वायाBy Priyanka Sharma 4 min read | Nov 5, 2019
कबीर सिंह एक पुरुष के चश्मे से- प्यार ‘इज़्ज़त’ से पनपता है ‘मारपीट’ से नहींBy Imran Khan 5 min read | Jul 18, 2019
आर्टिकल 15 : समाज के फ़र्क को दिखाती और फ़र्क लाने की उम्मीद जगाती ‘एक ज़रूरी फिल्म’By Swati Singh 5 min read | Jul 8, 2019
एक्टिंग छोड़ने के फैसले पर ज़ायरा वसीम की ट्रोलिंग : ‘अभिव्यक्ति की आज़ादी’ पर बढ़ते खतरे को दिखाता हैBy Ayushi Goswami 4 min read | Jul 5, 2019