महिलाओं को उम्र के हर पड़ाव में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संबंधित चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, फिर चाहे वह ग्रामीण महिलाएं हो या शहरी। ऐसे में इनके स्वास्थ्य को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। लेकिन बड़ी संख्या में महिलाएं आज भी सही स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच से दूर हैं। ऐसे में महिलाओं की स्वास्थ्य व्यवस्था को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक अहम कदम बढ़ाया है। दिल्ली में अब विशेष महिला मोहल्ला क्लिनिक खोले गए हैं। खोले गए इन चार महिला मोहल्ला क्लिनिक का उद्घाटन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा 2 नवंबर को किया गया है। ये महिला मोहल्ला क्लिनिक फिलहाल नई दिल्ली, महरौली, कोंडली और ओखला विधानसभा में खोले गए हैं।
दिल्ली सरकार इस योजना के पहले फेज़ के तहत 100 महिला मोहल्ला क्लिनिक खोले जाने की तैयारी कर रही है। मोहल्ला क्लिनिक की तर्ज पर बनें इन क्लिनिक्स में महिला रोग से संबंधित सभी प्रकार की जांच और दवाइयां निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में बड़े-बड़े अस्पताल तो बहुत हैं, जहां लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के लिए भागना पड़ता है इसलिए प्राथमिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ये मोहल्ला क्लीनिक शुरू कर दिए गए हैं। लेकिन कई क्लिनिक में केवल पुरुष डॉक्टर हैं जिसकी वजह से महिलाएं अपनी समस्याएं नहीं बता पाती हैं।
महिलाओं के स्वास्थ्य को देखते हुए दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को लेकर चिराग दिल्ली में रहनेवाली सुमन देवी ने फेमिनिज़म इन इंडिया से बातचीत के दौरान कहा कि महिलाओं के लिए जो ये मोहल्ला क्लिनिक खोले गए हैं ये एक बहुत ही अच्छी पहल है, बल्कि सरकार द्वारा ऐसा बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। ज्यादातर महिलाएं पुरुष डॉक्टर से अपनी समस्याओं पर खुलकर बात करने से कतराती हैं। यहां महिला डॉक्टर होंगी तो दूसरी महिलाएं उनसे खुलकर बात कर पाएंगी और मैं उम्मीद करती हूं कि जल्द ही शहर के सभी इलाकों में ऐसे ही महिला क्लिनिक खोले जाए। सबसे अच्छी बात यह है की यहां दवाइयां और महिलाओं से जुड़े टेस्ट बिलकुल मुफ्त होंगे।
दिल्ली सरकार की इस योजना के पहले फेज़ के तहत 100 महिला मोहल्ला क्लिनिक खोले जाने की तैयारी कर रही है। मोहल्ला क्लिनिक की तर्ज पर बनें इन क्लिनिक्स में महिला रोग से संबंधित सभी प्रकार की जांच और दवाइयां निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी।
कुछ महिलाएं अपना उपचार पुरुष डॉक्टर से करवाने में हिचकती हैं। जो महिलाएं अपने इलाज के लिए जाती भी हैं तो वे खुलकर अपनी बीमारी डॉक्टर को बता ही नहीं पाती। यह एक बड़ी वजह है जिसके कारण अधिकतर महिलाएं अस्पताल जाने से बचती हैं। पितृसत्तात्मक कंडीशनिंग के कारण हमारे समाज में ज्यादातर महिलाएं सामान्य समझकर खांसी, जुकाम, बुखार, सिर दर्द, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़े लक्षणों को नज़रअंदाज़ कर देती हैं जो बाद में उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर देता है। इस वजह से अक्सर महिलाओं को अपने इलाज के लिए दूर दराज के बड़े-बड़े अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
वहीं सैनिक फार्म में रहनेवाली वृंदा कहती हैं, “मेरे हिसाब से ये कदम हम महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक है क्योंकि ऐसे मोहल्ला क्लिनिक पहले ही बनाए जा चुके हैं जो सबके लिए हैं। हम औरतें, पुरुष डॉक्टरों के सामने अपने स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं खुलकर नहीं बता पाती हैं। कई बार मेरे सामने भी ऐसी परिस्थितयां आई हैं और अमूमन कई महिलाओं के सामने आती होंगी। अक्सर पैसे बचाने के लिए भी हम औरतें अपनी बीमारी को अनदेखा करती रहती हैं जिससे यह बीमारी धीरे- धीरे बड़ा रूप ले लेती है। लेकिन अब जब मोहल्ला क्लिनिक में इलाज करने के लिए महिलाएं डॉक्टर ही होंगी तो महिलों का शुरुआती ईलाज भी सही तरीके से हो पाएगा।”
महिलाओं के स्वास्थ्य को देखते हुए दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को लेकर चिराग दिल्ली में रहनेवाली सुमन देवी ने फेमिनिज़म इन इंडिया से बातचीत के दौरान कहा कि महिलाओं के लिए जो ये मोहल्ला क्लिनिक खोले गए हैं ये एक बहुत ही अच्छी पहल है, बल्कि सरकार द्वारा ऐसा बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। ज्यादातर महिलाएं पुरुष डॉक्टर से अपनी समस्याओं पर खुलकर बात करने से कतराती हैं। यहां महिलाएं डॉक्टर होंगी तो उनसे खुलकर बात कर पाएंगी।
मोहल्ला क्लिनिक के पक्ष में औरतों के द्वारा सबसे ज्यादा जो बता कही गई वह यह कि इन क्लिनिक्स के पास होने से उन्हें काफी सुविधा होगी। संगम विहार की पूनम भी कुछ ऐसा ही सोचती हैं। उन्होंने बताया, सबसे बड़ी बात है कि अब हमें इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा अगर मोहल्ले में ही महिला क्लिनिक खुल जाता है तो सभी महिलाओं के लिए यह सुविधाजनक होगा पैसों के अभाव में भी हम अपनी जांच करवा पाएंगे।”
महिला मोहल्ला क्लिनिक विशेष रूप से महिलाओं के इलाज के लिए ही बनाया गया है लेकिन इसमें 12 साल से कम उम्र के बच्चों का भी इलाज निशुल्क ही किया जाएगा। इनकी भी दवाइयां और जांच मुफ़्त में ही होंगी। दिल्ली सरकार के मुताबिक इन महिला मोहल्ला क्लिनिक में 231 टेस्ट निशुल्क होंगे, महिलाओं और छोटे बच्चों की सभी बीमारियों का इलाज होगा। साथ ही यहां गर्भवती महिलाओं और स्त्री रोग से जुड़े सभी प्रकार के जांच, अल्ट्रासाउंड सहित दवाइयां मुफ्त होंगी। इस क्लिनिक में सभी महिला पेशेंट का रिकॉर्ड डिजिटल रखा जाएगा।
साथ ही महिला मोहल्ला क्लिनिक की सुरक्षा को देखते हुए इसमें सीसीटीवी कैमरा भी लगाया लगाया गया है। इस क्लीनिक का पूरा स्टाफ महिला युक्त ही होगा यानी सिर्फ डॉक्टर्स ही नहीं बल्कि कर्मचारी भी महिलाएं ही होंगी। गौरतलब है कि पूरी दिल्ली में सरकार 521 मोहल्ला क्लिनिक चला रही है जिसमे स्त्री पुरुष दोनों का ही इलाज हो रहा है। अभी खुले 4 महिला मोहल्ला क्लिनिक से कुल 525 मोहल्ला क्लिनिक हो जाएंगे। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा फेज़ 1 में खोले जाने वाले 100 महिला मोहल्ला क्लिनिक से महिलाओं में काफी उम्मीद जगी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा साल 2015 में मोहल्ला क्लिनिक बनाए जाने की शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य आम लोगों के दरवाजे़ तक स्वास्थ्य सुविधा को पहुंचाना था ताकि लोगों को अपनी छोटी-मोटी बीमारियों के लिए बड़े अस्पतालों की ओर न भागना पड़े। लेकिन इस योजना के क्रियान्वयन पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा पहले 1000 मोहल्ला क्लिनिक खोले जाने की घोषणा की गई थी। लेकिन मौजूदा समय में करीब 521 के आसपास ही सरकार द्वारा मोहल्ला क्लिनिक खोले गए हैं।